ऑनलाइन एग्जाम का असर: 10वीं और 12वीं बोर्ड के प्रैक्टिकल एग्जाम में 30 फीसदी छात्रों ने आंसरशीट खाली छोड़ी, फिर भी पास
10वीं और 12वीं की 31 जनवरी तक हुई वार्षिक प्रायोगिक परीक्षा और असाइनमेंट में करीब 30 फीसदी छात्रों ने उत्तर पुस्तिका में कुछ नहीं लिखा है। हालांकि मौखिक सवालों के जवाब उन्होंने दिए हैं। वहीं कुछ परीक्षार्थियों ने पूछे गए सवालों को ही उत्तर पुस्तिका में उतार दिया है। मौखिकी में पूछे गए सवालों के जवाब देने और उत्तर पुस्तिका में थोड़ा बहुत लिखने की वजह से उन्हें 8-9 नंबर देकर पास कर दिया गया है। जेआरडी, आदर्श, तिलक, महात्मा गांधी स्कूल, तितुरडीह सहित अन्य स्कूलों में विषय विशेषज्ञों से चर्चा में यह बात सामने आई है।
इन छात्रों की होगी एंड लाइन परीक्षा 9 से 10 फरवरी तक
दशहरा और दीपावली त्योहार के ठीक पहले बोर्ड कक्षाओं के विद्यार्थियों की बेसलाइन परीक्षा ली गई थी। इसमें 50 फीसदी बच्चे सवालों के जवाब नहीं दे पाए थे। उनके लिए उपचारात्मक शिक्षा की व्यवस्था की गई थी। इसी दौरान हुई अर्धवार्षिक परीक्षा में भी स्थिति ज्यादा अच्छी नहीं रही थी। इन बातों को ध्यान में रखते हुए 9 और 10 फरवरी को एंड लाइन परीक्षा ली जाएगी।
10वीं में 57 हजार और 12वीं में 44 हजार छात्र
जिले में संचालित शासकीय और निजी स्कूलों से 10वीं और 12वीं की परीक्षा में करीब एक लाख से अधिक परीक्षार्थी शामिल होंगे। 10वीं कक्षा की परीक्षा में शामिल होने के लिए इस बार 57,717 और 12वीं से 44,044 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया है। इनमें से 30 फीसदी छात्रों की लिखने की क्षमता बुरी तरह प्रभावित हुई है। अब उन्हें लिखने का अभ्यास कराया जा रहा है, ताकि वार्षिक परीक्षा में पूछे गए सवालों के जवाब लिख सकें। इससे स्कूल और जिले दोनों के नतीजे बेहतर हो सकेंगे।