नाबालिग को पुणे ले गया, वहां एनजीओ और रेलकर्मी ने किया दुष्कर्म, पुलिस छुड़ाकर लाई
शादी का झांसा देकर 17वर्षीय लड़की को अगवा कर उसके साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। जांच में जुटी सहसपुर लोहारा पुलिस ने मामले के आरोपी लीलाधर पिता दसरू ठाकुर (22) निवासी पनेली (बेमेतरा) को पुणे (महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किया है। अपहृत लड़की को भी बरामद कर लिया गया है।
पूछताछ में पीड़ित लड़की ने चौकाने वाला खुलासा किया है। वो यह कि पुणे के एक एनजीओ में, जहां उसे रखा गया था, वहां भी उसके साथ दुष्कर्म हुआ है। आरोपियों में रेलवे स्टाफ और एनजीओ का कर्मचारी शामिल होना बताया जा रहा है। आरोपी लीलाधर
पुलिस के मुताबिक पीड़ित लड़की 17 साल 1 महीने की है। 4 सितंबर को वह लोहारा थाना क्षेत्र के गांव में अपनी बड़ी मां के घर घूमने आई थी। 4- 5 दिन तक रिश्तेदारी में रुकी हुई थी। 9 सितंबर की दोपहर साढ़े 3 बजे बड़ी मां खेत से वापस घर पहुंची तो लड़की घर में नहीं थी। पता तलाश के बाद भी जब वह नहीं मिली, तो 16 सितंबर को थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
साइबर सेल की मदद से लोकेशन के आधार पर लोहारा पुलिस की टीम 17 सितंबर की शाम 6.30 बजे सिद्धार्थ मल्टीपर्पस सोसायटी, रेल आवास लाइन नंबर- 22 ताड़ीवाला रोड पुणे (महाराष्ट्र) पहुंची, जहां अपहृत लड़की को बरामद किया। वहीं आरोपी लीलाधर ठाकुर को कोर्ट में पेशी के बाद ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेजा गया है। बहरहाल, अब पीड़ित लड़की का चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) और न्यायालय में भी बयान होना है। मामले की विवेचना अभी जारी है।
अभी मामले में विवेचना जारी है: एएसपी राठौर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर ने बताया कि पीड़ित लड़की से पूछताछ में पुणे के एनजीओ में दुष्कर्म की बात सामने आई है। इसमें रेलवे स्टाफ व एनजीओ कर्मचारी शामिल होना बता रही है। सहसपुर लोहारा थाना के टीआई विकास बघेल का कहना है कि सीडब्ल्यूसी और न्यायालय में पीड़िता का बयान लिया जाना है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। विवेचना अभी जारी है।