विधायक और प्रदेश मंत्री में सरेआम नोंकझोंक; केंद्रीय मंत्री ने संभाला मामला, यूनिटी मार्च में दिखी “डिविजन” की तस्वीर

बिलासपुर| बिलासपुर में भाजपा के “यूनिटी मार्च” के दौरान उस समय हंगामा खड़ा हो गया जब बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला और भाजपा की प्रदेश मंत्री हर्षिता पांडे के बीच फर्स्ट लाइन में चलने को लेकर तीखी नोकझोंक हो गई। मामला इतना बढ़ गया कि केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू और वरिष्ठ भाजपा नेता धरमलाल कौशिक को बीच-बचाव करना पड़ा।
सूत्रों के अनुसार, तिफरा से शुरू हुए यूनिटी मार्च में केंद्रीय मंत्री तोखन साहू सबसे आगे चल रहे थे। इसी दौरान प्रदेश मंत्री हर्षिता पांडे मंत्री साहू के साथ फर्स्ट लाइन में शामिल हो गईं। इस बीच, विधायक सुशांत शुक्ला को जगह नहीं मिल पाई और वे पीछे की लाइन में चलने लगे। कुछ दूर चलने के बाद जब शुक्ला दोबारा आगे आने की कोशिश करने लगे, तो हर्षिता पांडे ने आपत्ति जताई। बात बढ़ी और देखते ही देखते दोनों नेताओं के बीच तीखी बहस शुरू हो गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, विवाद इतना बढ़ा कि दोनों एक-दूसरे को तीखे शब्द कहने लगे और माहौल तनावपूर्ण हो गया। हालांकि, केंद्रीय मंत्री तोखन साहू ने तुरंत स्थिति को संभालते हुए दोनों नेताओं को शांत कराया। वरिष्ठ विधायक धरमलाल कौशिक ने भी हस्तक्षेप कर दोनों को किनारे ले जाकर समझाया।
विवाद शांत तो हो गया, लेकिन पार्टी के “यूनिटी मार्च” में हुई इस सरेआम तकरार ने भाजपा संगठन की अंदरूनी खींचतान को उजागर कर दिया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि घटना की रिपोर्ट प्रदेश नेतृत्व तक पहुंच गई है और शीर्ष स्तर पर इस पर नाराजगी जताई गई है। फिलहाल, दोनों नेताओं ने सार्वजनिक रूप से कोई बयान नहीं दिया है।





