महिला वर्ल्ड कप विजेता टीम की फिजियोथेरेपिस्ट आकांक्षा सत्यवंशी का कवर्धा में भव्य स्वागत, कहा – “उम्मीद से दस गुना ज्यादा मिला सम्मान”

कवर्धा। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की वर्ल्ड कप विजेता फिजियोथेरेपिस्ट डॉ. आकांक्षा सत्यवंशी का बुधवार को उनके गृह जिले कवर्धा पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। शहर की सड़कों पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, जगह-जगह ढोल-नगाड़ों की थाप पर लोगों ने नाचते हुए उनका अभिनंदन किया। फूल-मालाओं से लदी आकांक्षा जब लोगों के बीच पहुंचीं, तो “भारत माता की जय” और “कवर्धा की शान आकांक्षा” के नारे गूंज उठे।
2 नवंबर को नवी मुंबई के डी.वाई. पाटिल स्टेडियम में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। टीम की इस ऐतिहासिक जीत में कवर्धा की बेटी डॉ. आकांक्षा सत्यवंशी ने बतौर फिजियोथेरेपिस्ट अहम भूमिका निभाई।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने भी आकांक्षा से मुलाकात कर उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि, “टीम इंडिया की जीत में कवर्धा की बेटी का भी महत्वपूर्ण योगदान रहा है, यह पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गर्व की बात है।”
“कल्पना से परे मिला सम्मान” – आकांक्षा
मीडिया से बातचीत में आकांक्षा ने कहा, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे अपने लोग मुझे इतना प्यार और सम्मान देंगे। यह मेरे जीवन का सबसे ऐतिहासिक पल है। लेकिन हमारा लक्ष्य अभी पूरा नहीं हुआ है, हमारा उद्देश्य विश्व क्रिकेट को डोमिनेट करना है।”
युवाओं के लिए प्रेरणा बनीं कवर्धा की बेटी
आकांक्षा ने कहा कि यह उपलब्धि सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ की है। उन्होंने युवाओं से मेहनत और आत्मविश्वास बनाए रखने का संदेश देते हुए कहा कि जिले के युवाओं में अपार प्रतिभा है, बस उन्हें सही दिशा और अवसर की जरूरत है।
उनकी इस उपलब्धि से कवर्धा और पूरे प्रदेश के खेलप्रेमी उत्साहित हैं। आकांक्षा की सफलता ने साबित किया है कि समर्पण और लगन से किसी भी स्तर पर सफलता पाई जा सकती है।





