बोरी में मिला नवजात शिशु, युवती ने किया कबूलनामा – परिजनों ने लगाया आरोप


बेमेतरा। जिले में नवजात शिशु को बोरी में फेंकने का सनसनीखेज़ मामला सामने आया है। थाना खम्हारिया पुलिस ने इस प्रकरण में संदेह के आधार पर एक युवती को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान युवती ने नवजात को जन्म देने और पहचान छिपाने के लिए उसे बोरी में डालने का जुर्म स्वीकार किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, 24 अगस्त 2025 को दोपहर लगभग 12:15 बजे कोठार में निर्माणाधीन मकान के मालिक ने बोरी में रखे नवजात शिशु को देखा। बोरी से हलचल होने पर पास जाकर जांच की तो उसमें जिंदा बच्ची मिली। तत्काल सूचना पर पहुंची पुलिस टीम ने शिशु को शासकीय अस्पताल भेजा, जहां से बेहतर इलाज के लिए रायपुर रेफ़र किया गया। दुर्भाग्यवश, रायपुर अस्पताल में उपचार के दौरान शिशु की मृत्यु हो गई।
पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर त्रिनयन एप, डॉग स्क्वाड, सीन ऑफ क्राइम यूनिट और तकनीकी विश्लेषण टीम की मदद से मामले की गहन जांच की गई। मुखबिर की सूचना पर एक युवती को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने नवजात को जानबूझकर जन्म देने और बाद में उसे छिपाने के लिए यह कदम उठाने की बात कबूल की है।
जांच रिपोर्ट के आधार पर युवती को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर भेजा गया। शिशु की मृत्यु के चलते इस मामले में धारा 91 BNS भी जोड़ी गई है।
दूसरी ओर, आरोपी युवती के परिजनों ने पुलिस कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि युवती निर्दोष है और उसे केवल संदेह के आधार पर हिरासत में लिया गया है। परिवार का आरोप है कि असल में किसी और पर शक होने के बावजूद पुलिस ने उनकी बेटी को थाने में रखकर दबाव बनाया है। परिजनों ने युवती की रिहाई की मांग की है।






