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एक्सिस बैंक से 85 लाख की धोखाधड़ी का पर्दाफाश, मास्टरमाइंड गिरफ्तार

छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में एक बड़े बैंक घोटाले का पर्दाफाश हुआ है, जहां फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर एक्सिस बैंक से 85 लाख रुपये का लोन लिया गया। इस धोखाधड़ी के मास्टरमाइंड शैलेंद्र ज्ञानचंदानी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इस घोटाले के तार आठ साल पुराने हैं, और हाल ही में बैंक द्वारा दर्ज की गई शिकायत के बाद इस मामले की गहन जांच शुरू हुई।

मामले का खुलासा कैसे हुआ?

धमतरी में स्थित एक्सिस बैंक के मैनेजर योगेश देशमुख ने कोतवाली थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया गया कि बालाजी सेल्स की प्रोपराइटर उषा ज्ञानचंदानी और शैलेंद्र ज्ञानचंदानी ने मिलकर बैंक से फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करके 85 लाख रुपये का लोन लिया। बैंक की जांच के दौरान पता चला कि उषा ज्ञानचंदानी द्वारा पेश किए गए बैंक स्टेटमेंट और बैंक के रिकॉर्ड में भारी अंतर था। बैंक ने जांच में पाया कि उनके द्वारा प्रस्तुत किए गए स्टेटमेंट पूरी तरह से नकली थे।

फर्जी दस्तावेजों के जरिए लोन लेने की साजिश

उषा और शैलेंद्र ज्ञानचंदानी ने मिलकर एक फर्जी बैंक स्टेटमेंट बनाया और उसे बैंक में जमा किया। बैंक ने बिना पूरी तरह से सत्यापन किए उन्हें 85 लाख रुपये का लोन जारी कर दिया। लोन मिलने के बाद, दोनों आरोपी फरार हो गए और कई सालों तक पुलिस की पकड़ से बाहर रहे। इस दौरान, बैंक ने लोन की वसूली के लिए कई प्रयास किए, लेकिन आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला।

एक्सिस बैंक से 85 लाख की धोखाधड़ी का पर्दाफाश, मास्टरमाइंड गिरफ्तार

पुलिस की जांच और गिरफ्तारी

धमतरी पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की, तब यह सामने आया कि दोनों आरोपियों ने ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में भी इसी तरह के फर्जी दस्तावेज जमा किए थे। पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि शैलेंद्र ज्ञानचंदानी महालक्ष्मी एंक्लेव का निवासी है और उसे धोखाधड़ी का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। पुलिस ने आरोपी शैलेंद्र (49) को गिरफ्तार कर लिया है और उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है। उषा ज्ञानचंदानी को भी कुछ समय पहले हिरासत में लिया गया था।

धोखाधड़ी की पूरी साजिश

पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि शैलेंद्र और उषा ने एक सोची-समझी साजिश के तहत इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया। उन्होंने जानबूझकर नकली बैंक स्टेटमेंट तैयार किए और बैंक को भ्रमित कर लोन लिया। पुलिस का मानना है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, और उनके खिलाफ भी जल्द ही कार्रवाई की जाएगी।

धमतरी जिले की DSP नेहा पवार ने बताया कि शैलेंद्र और उषा ने मिलकर एक सुनियोजित योजना बनाई थी, जिसमें बैंक को बेवकूफ बनाकर लोन लिया गया। पुलिस ने दोनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है और मामले की पूरी जांच जारी है।

Ankita Sharma

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