धान विक्रय प्रक्रिया में बड़ा सुधार: तूहर टोकन अब 24×7, टोकन प्रणाली से समय की बंदिश हटाई गई, 31 जनवरी तक मिलेगी सुविधा

कवर्धा। प्रदेश सरकार ने धान खरीदी को और अधिक सरल, सहज और किसान-हितैषी बनाने की दिशा में एक निर्णायक कदम उठाया है। किसानों की लंबे समय से चली आ रही मांग को ध्यान में रखते हुए अब तूहर टोकन ऐप को 24 घंटे, सातों दिन उपलब्ध करा दिया गया है। इसके साथ ही टोकन काटने के लिए पहले निर्धारित समय की बाध्यता पूरी तरह समाप्त कर दी गई है, जिससे किसान अपनी सुविधा अनुसार दिन या रात किसी भी समय टोकन बुक कर सकेंगे।
इस नई व्यवस्था के तहत किसान अब तूहर टोकन ऐप से 13 जनवरी तक आगामी 20 दिनों के लिए टोकन ले सकेंगे। इससे धान विक्रय की पूर्व योजना बनाना आसान होगा और समितियों में अनावश्यक भीड़ तथा तकनीकी दबाव की समस्या में भी कमी आएगी। सरकार का यह निर्णय किसानों को मानसिक और व्यवहारिक दोनों स्तरों पर राहत प्रदान करने वाला माना जा रहा है।
राज्य सरकार ने लघु एवं सीमांत किसानों को अतिरिक्त राहत देते हुए 2 एकड़ और 2 एकड़ से कम रकबा वाले किसानों के लिए टोकन लेने की समय-सीमा 31 जनवरी 2026 तक बढ़ा दी है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के स्पष्ट निर्देश पर यह सुविधा लागू की गई है, ताकि छोटे किसानों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े और वे बिना दबाव के अपना धान विक्रय कर सकें।
सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि टोकन प्रत्येक सहकारी समिति को आबंटित निर्धारित सीमा के भीतर ही जारी किए जाएंगे। किसानों से अपील की गई है कि वे समय रहते तूहर टोकन ऐप के माध्यम से टोकन प्राप्त कर लें, जिससे बाद में किसी प्रकार की परेशानी न हो।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि किसानों की सुविधा और पारदर्शी व्यवस्था राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। तूहर टोकन ऐप को 24×7 खोलने और समय की बाध्यता समाप्त करने का निर्णय इसी सोच का परिणाम है। अब किसान बिना किसी दबाव के, अपनी सुविधा के अनुसार टोकन बुक कर सकेंगे। 2 एकड़ एवं 2 एकड़ से कम रकबा वाले किसानों के लिए टोकन की अतिरिक्त समय सीमा और अवधि का विस्तार वास्तविक राहत प्रदान करेगा। राज्य सरकार किसान हित में हर संभव कदम उठाने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है।





