गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के नक्सली हिंसा पीड़ितों से की मुलाकात, मार्च 2026 तक नक्सलवाद समाप्त करने का लिया संकल्प
छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद पर गंभीर चिंता जताते हुए अमित शाह ने किया विकास योजनाओं का प्रस्ताव, नक्सलियों से हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में लौटने की अपील
नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने अपने आवास पर छत्तीसगढ़ के नक्सली हिंसा पीड़ितों से संवाद किया। इस मुलाकात में बस्तर शांति समिति के तहत नक्सली हिंसा से प्रभावित 55 लोग शामिल हुए।
श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि मोदी सरकार की नीतियों के कारण, वामपंथी उग्रवाद अब छत्तीसगढ़ के बस्तर के कुछ जिलों तक सीमित हो चुका है।
गृह मंत्री ने कहा कि अगले 3 महीनों में छत्तीसगढ़ और पूरे देश में वामपंथी उग्रवाद से पीड़ित लोगों के समग्र विकास के लिए नई योजनाएँ लाए जाने की तैयारी है। इन योजनाओं के तहत चिकित्सा, रोजगार और अन्य कल्याणकारी लाभ मिलेंगे।
उन्होंने नक्सलियों के मानवाधिकार का पक्ष लेने वालों को चुनौती दी कि उन्हें उन लोगों के मानवाधिकार पर भी ध्यान देना चाहिए जो इस हिंसा से प्रभावित हैं। अमित शाह ने वामपंथी उग्रवादियों से हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की और विश्वास व्यक्त किया कि मार्च 2026 तक बस्तर फिर से सुंदर, शांतिपूर्ण और विकसित होगा।