दिल्ली में पाकिस्तान से आईं महिला शरणार्थियों ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को बांधी राखी, CAA के तहत सुरक्षा मिलने पर जताई खुशी

दिल्ली में रह रहीं पाकिस्तान से आईं महिला शरणार्थियों ने रक्षा बंधन के पावन अवसर पर केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को राखी बांधी। यह अवसर उनके लिए विशेष रूप से भावनात्मक और महत्वपूर्ण था, क्योंकि इन महिलाओं ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के तहत भारतीय नागरिकता प्राप्त की है।
राखी बांधने के बाद, पीयूष गोयल ने कहा कि यह उनके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण रक्षा बंधन समारोहों में से एक है। उन्होंने कहा, “नागरिकता संशोधन अधिनियम ने आपको वह सम्मान और सुरक्षा प्रदान की है जो आपका अधिकार है।” उन्होंने इस अधिनियम को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम बताते हुए कहा कि इससे पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यक प्रवासियों को भारत में सुरक्षित जीवन जीने का अवसर मिला है।
इस कार्यक्रम में साध्वी ऋतंभरा और ब्रह्माकुमारी बहनों ने भी हिस्सा लिया। उन्होंने भी श्री गोयल को राखी बांधी और इस पर्व के महत्व को रेखांकित किया। श्री गोयल ने इस मौके पर कहा कि सीएए के तहत प्राप्त की गई नागरिकता ने इन महिलाओं के जीवन को नया आयाम दिया है।
श्री गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने उन प्रवासियों को सुरक्षा देने का संकल्प लिया है, जिन्हें उनके अपने देश में धार्मिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, “हमारा देश उन सभी प्रवासियों का स्वागत करता है जिन्हें सुरक्षा और सम्मान की आवश्यकता है।”
इस रक्षा बंधन पर पीयूष गोयल को राखी बांधते हुए इन महिलाओं ने भारत सरकार और विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत ने उन्हें जो नागरिकता और सुरक्षा प्रदान की है, वह उनके जीवन का सबसे बड़ा वरदान है। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व क्षमता और दृढ़ इच्छाशक्ति की सराहना की, जिनके कारण यह कानून लागू हो सका।
रक्षा बंधन का यह पर्व सिर्फ भाई-बहन के रिश्ते का पर्व नहीं रहा, बल्कि यह उन महिलाओं के लिए भी विशेष हो गया, जिन्हें भारत में एक नया जीवन और नई पहचान मिली है। इस पर्व ने यह साबित किया कि भारत न केवल एक लोकतांत्रिक देश है, बल्कि वह उन सभी लोगों का भी संरक्षक है, जिन्हें सुरक्षा और सम्मान की आवश्यकता है।