प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचे: सप्त ऋषियों के किए दर्शन, 161 फीट ऊँचे शिखर पर पहली बार फहराएंगे धर्मध्वजा — देखें Live वीडियो

अयोध्या में आज ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने को पूरा शहर उत्साह और आस्था से सराबोर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार सुबह अयोध्या एयरपोर्ट पहुंचे और सीधे राम मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने सप्त ऋषियों के दर्शन किए और मंदिर परिसर में निर्मित जलाशय का निरीक्षण किया। इसके बाद वे रामलला के मुख्य शिखर पर 161 फीट ऊँची धर्मध्वजा फहराने की विशेष विधि के लिए तैयारियों का अवलोकन कर रहे हैं। यह पहला अवसर है जब राम मंदिर के शिखर पर इस ध्वजा का ऐतिहासिक आरोहण होगा।
शहर को 1000 क्विंटल फूलों से सजाया गया
प्रधानमंत्री के आगमन को देखते हुए संपूर्ण अयोध्या को उत्सव की तरह सजाया गया है। लगभग 1000 क्विंटल फूलों से सड़कों, मंदिर परिसर और प्रमुख मार्गों को अलंकृत किया गया है। हर प्रवेश द्वार को भव्य रूप दिया गया है, जिससे संपूर्ण शहर दिव्यता और उल्लास का अनूठा संगम प्रस्तुत कर रहा है।
पांच-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था, हेलिकॉप्टर से भी निगरानी
राम जन्मभूमि परिसर और आसपास के पूरे क्षेत्र को हाई-अलर्ट पर रखा गया है। सुरक्षा व्यवस्था को पाँच स्तरों में विभाजित किया गया है, जिसके तहत SPG, NSG, ATS, CRPF और PAC की विशेष टीमें तैनात हैं। मंदिर परिसर की निगरानी हेलिकॉप्टर से भी लगातार की जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री के आगमन से पहले स्वयं सुरक्षा और कार्यक्रम स्थल का विस्तृत निरीक्षण किया।

विशेष दानदाताओं को मिला निमंत्रण
धर्मध्वजा आरोहण समारोह में उन 100 दानदाताओं को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है जिन्होंने राम मंदिर निर्माण में दो करोड़ रुपये से अधिक का योगदान दिया है। यह आयोजन रामभक्तों के लंबे इंतज़ार और योगदान की सामूहिक भावनाओं को सम्मानित करने का प्रतीक है।
राम मंदिर की नई तस्वीरों ने बढ़ाया उत्साह
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से मंदिर की नवीनतम तस्वीरें जारी की गईं, जिनमें मंदिर की अद्भुत छटा, स्थापत्य कला और निर्माण की तेजी स्पष्ट दिखाई देती है। इन दृश्यों ने देश-विदेश के भक्तों में उत्साह और श्रद्धा की नई लहर पैदा कर दी है।
विवाह पंचमी पर विशेष ध्वजारोहण
विवाह पंचमी के पावन अवसर पर अभिजीत मुहूर्त में प्रधानमंत्री मोदी मुख्य शिखर पर जिस भगवा ध्वज को फहराने वाले हैं, उस पर तेजोमय सूर्य, कोविदारा वृक्ष और मध्य में ‘ॐ’ का अंकन किया गया है। यह ध्वज भगवान श्रीराम के तेज, धैर्य और उनकी आदर्श मर्यादा का प्रतीक माना जा रहा है। यह क्षण राम-जानकी विवाह दिवस की स्मृतियों को और अधिक पावन बना रहा है।





