नवरात्रि में बाल भिक्षावृत्ति रोकने विशेष अभियान, चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर दें सूचना


कवर्धा। नवरात्रि महापर्व के दौरान देवी मंदिरों और दुर्गा पंडालों में बढ़ती भीड़ के बीच बच्चों की भिक्षावृत्ति रोकने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विशेष अभियान शुरू किया गया है। कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा के निर्देशानुसार चलाए जा रहे इस अभियान का उद्देश्य भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को सुरक्षा और पुनर्वास सेवाओं से जोड़ना है।
आम नागरिकों से अपील की गई है कि यदि वे किसी भी बच्चे को भीख मांगते देखें तो तत्काल चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 पर सूचना दें।
संयुक्त टीम का निरीक्षण
जिला कार्यक्रम अधिकारी आनंद तिवारी के मार्गदर्शन और जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी चंचल यादव के नेतृत्व में मिशन वात्सल्य, चाइल्ड हेल्पलाइन और विशेष किशोर पुलिस इकाई की संयुक्त टीम द्वारा मंदिरों, देवालयों, दुर्गा पंडालों एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों का भ्रमण किया जा रहा है। इस दौरान टीम बच्चों की पहचान कर उनके पुनर्वास की योजना बना रही है।
श्रद्धालुओं और अभिभावकों को समझाइश दी जा रही है कि वे बच्चों को भीख न दें बल्कि शिक्षा और पुनर्वास में सहयोग करें।
कानूनी प्रावधान
किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम, 2015 की धारा 76 के अनुसार, किसी भी व्यक्ति द्वारा बच्चे से भिक्षावृत्ति कराने पर 5 वर्ष तक का कारावास और 1 लाख रुपये तक का जुर्माना हो सकता है। वहीं, धारा 77 के तहत बिना चिकित्सक की अनुमति के बच्चे को नशीले पदार्थ देने पर 7 वर्ष तक का कठोर कारावास और 1 लाख रुपये तक का जुर्माना निर्धारित है।
अभियान के लिए गठित टीमें
अभियान को प्रभावी बनाने के लिए जिला महिला एवं बाल विकास विभाग ने दो पालियों में टीमें गठित की हैं। सुबह 7 से 10 बजे तक: महेश कुमार निर्मलकर (परियोजना समन्वयक), विनय कुमार जँघेल, चंद्रशेखर जँघेल (सुपरवाइजर), मंदाकिनी वर्मा एवं भारती धुर्वे (केस वर्कर)। शाम 4 से 8 बजे तक: अविनाश ठाकुर (परामर्शदाता), रामलाल पटेल, श्याम धुर्वे (सुपरवाइजर), प्रिंसी गुप्ता (आउटरिच वर्कर), खेमलाल खटर्जी सहित विशेष पुलिस इकाई के अधिकारी।
