कामठी गांव में दुर्गा प्रतिमा स्थापना विवाद पर गृहमंत्री विजय शर्मा का सख्त संदेश: माता वहीं विराजेंगी, जहां परंपरा से विराजती आ रही हैं


रायपुर। छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के कामठी गांव में दुर्गा प्रतिमा स्थापना को लेकर एक बार फिर विवाद खड़ा हो गया है। इस बार मामला इतना बढ़ा कि पुलिस और स्थानीय प्रशासन को तत्काल हस्तक्षेप करना पड़ा। हालात पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रदेश के गृहमंत्री विजय शर्मा ने सोमवार को साफ कहा कि “माता वहीं विराजेंगी, जहां परंपरा से विराजती आ रही हैं।”
गृहमंत्री ने बताया कि दो दिन पहले दोनों पक्षों के बीच सहमति बन चुकी थी, लेकिन कुछ लोगों ने पंडाल हटाने की कोशिश की। हालांकि, प्रशासन ने स्थिति स्पष्ट कर दी है कि प्रतिमा की स्थापना मंदिर में ही होगी।
मंदिर परिसर पर अधिकार को लेकर फिर बढ़ा तनाव
यह पूरा मामला कुकदूर थाना क्षेत्र का है। यहां बड़ी संख्या में आदिवासी समाज निवास करता है। गांव के प्राचीन मंदिर में पहले से देवी-देवताओं की मूर्तियां स्थापित हैं और सभी ग्रामीण वहां पूजा-अर्चना करते हैं। आदिवासी समाज का दावा है कि यह मंदिर उनके पूर्वजों द्वारा बनाया गया है, इसलिए इस पर उनका अधिकार है। इसी कारण से प्रतिमा स्थापना को लेकर हर वर्ष विवाद की स्थिति बन जाती है।
पिछले साल भी गूंजा था टकराव
गौरतलब है कि बीते वर्ष भी इसी मंदिर परिसर में प्रतिमा स्थापना को लेकर दोनों पक्षों में टकराव हुआ था। तब पुलिस और जिला प्रशासन ने हस्तक्षेप कर मामला शांत कराया था। यहां तक कि मंदिर परिसर का ताला प्रशासन को खोलना पड़ा और तब जाकर प्रतिमा स्थापना संभव हो पाई थी।
मध्यस्थता से बनी सहमति, परंपरा के मुताबिक मंदिर में ही होगी प्रतिमा स्थापना
इस बार भी स्थिति को शांत कराने के लिए प्रशासन ने पहल की। गृहमंत्री विजय शर्मा ने स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि परंपरा का सम्मान करते हुए माता की प्रतिमा मंदिर में ही स्थापित की जाएगी। उन्होंने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। फिलहाल गांव में भारी पुलिस बल तैनात है और स्थिति नियंत्रण में है।
