करोड़ों के गहने चोरी: मुख्य आरोपी लोकेश ने मल्टी जिम में लगाए चोरी के 60 लाख रुपए

के गहने चोरी: मुख्य आरोपी लोकेश ने मल्टी जिम में लगाए चोरी के 60 लाख रुपए

- कवर्धा से कई इनपुट लेकर गई बिलासपुर से आई टीम
दिल्ली की ज्वेलरी शॉप से हाल में 20 करोड़ रुपए व बिलासपुर में गहने चोरी करने के आरोप में बिलासपुर पुलिस ने कवर्धा निवासी आरोपी लोकेश श्रीवास व उसके साथी शिव चन्द्रवंशी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद बिलासपुर पुलिस की जांच शुरू हो गई है। ये दोनों आरोपी कवर्धा के रहने वाले हैं। ऐसे में बिलासपुर पुलिस कवर्धा पहुंची हुई थी।
पुलिस की जांच में करोड़ों रुपए के गहने चोरी मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। मुख्य आरोपी लोकेश श्रीवास ने चोरी के पैसों से कवर्धा में 60 लाख रुपए का मल्टी जिम में खर्च किया था। इस कारण बिलासपुर पुलिस ने कवर्धा स्थित जिम को सील कर दिया है। बिलासपुर पुलिस के जांच अधिकारी व थाना प्रभारी सिविल लाइन प्रदीप आर्य, एसीसीयू प्रभारी कृष्णा साहू ने बताया कि 19 अगस्त को बिलासपुर के श्रीराम क्लाथ मार्केट में 5 दुकानों में चोरी की घटना हुई।
25अगस्त को सत्यम चौक से अग्रसेन चौक के बीच 5 बड़ी दुकानों में चोरी की घटना हुई। चोर को पकड़ने के लिए अलग-अलग टीमें बनाई गई थी। मुखबीर तंत्र के माध्यम से आरोपी शिवा चन्द्रवंशी पिता बेनी माधव चंद्रवंशी और मुख्य आरोपी लोकेश श्रीवास पिता कपिल श्रीवास को गिरफ्तार किया गया था। उनके कब्जे से लगभग 12 करोड़ रुपए के गहने बरामद किए गए हैं। थाना सिविल लाइन पुलिस द्वारा इस कार्रवाई में कवर्धा में 60 लाख रुपए के मल्टी जिम और नया पल्सर बाइक को विधिवत जब्त किया गया है।
मुख्य आरोपी लोकेश श्रीवास पूर्व में कबीरधाम जिले में कई चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। पांडातराई, पंडरिया व कोतवाली थाना में उसके खिलाफ चोरी के मामले दर्ज है। बिलासपुर पुलिस ने उसके कई अपराध के संबंध में इनपुट लेकर गई है। अन्य आरोपी शिव चन्द्रवंशी के संबंध में भी जानकारी ली जा रही है। हालांकि, शिव चन्द्रवंशी के खिलाफ जिले में चोरी के वारदात में नाम शामिल नहीं होने की जानकारी आई है।
फिर भी पुलिस द्वारा दोनों लोगों के बीच के संबंध की जांच कर रही है। आखिर, शिव चन्द्रवंशी आरोपी लोकेश के संपर्क में कैसे आया, ये भी जांच का विषय है। ये पूरी जांच बिलासपुर पुलिस कर रही है। बुधवार को दिल्ली पुलिस को लोकेश श्रीवास की ट्रांजिट रिमांड मिल गई है।
2006 में पहली चोरी, फिर कई राज्यों में बड़ी चोरी की आरोपी लोकेश ने पहली चोरी 20 मई 2006 को पांडातराई के एक मकान से नकदी के साथ एक बाइक की चोरी की। तीन नवंबर 2012 में कवर्धा के एक मंदिर में चांदी का कमरपट्टा, मुकुट, जेवर आदि (47 हजार रुपए) की चोरी, 24 फरवरी 2013 को कवर्धा में मकान का ताला तोड़कर करीब 1.50 लाख रुपए के जेवर, 6 जुलाई 2014 की रात में कवर्धा में ही एक मोबाइल दुकान का ताला तोड़कर 88 मोबाइल और नकदी 4.80 लाख रुपए, 6 अप्रैल 2016 को पंडरिया के दुकान में चोरी, 14 अगस्त 2016 को कवर्धा में एक दुकान से 20 हजार रुपए समेत 2017 तक कई चोरी की वारदात को अंजाम दिया।