सिस्टम संक्रमित: टीबी प्रोग्राम के कर्मचारियों को 15 महीने से नहीं मिला महंगाई-यात्रा भत्ता
कबीरधाम जिले को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य है। इसे लेकर अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन रोगियों की देखरेख और रिपोर्ट देने वाले स्टाफ हैं, उन्हें ही पिछले 15 महीने से टीए (यात्रा भत्ता) और डीए (महंगाई भत्ता) नहीं दिया जा रहा है। स्थिति ये है कि टीबी प्रोग्राम के कर्मचारी खुद के खर्चे से मरीजों का फॉलोअप लेने जाते हैं। यही नहीं, हर महीने 300 रुपए मोबाइल भत्ता भी नहीं दिया जा रहा है।
टीए-डीए और मोबाइल भत्ता नहीं मिलने से कर्मचारी हताश हैं। बताया जा रहा है कि कर्मचारियों को टीए- डीए का 7 लाख रुपए से अधिक भुगतान बकाया है। राशि स्थिति ये है कि टीबी के मरीजों के ठीक होने की दर में कमी आती दिख रही है। स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक जनवरी से जुलाई 2023 के दौरान जिले में 643 टीबी मरीज सक्रिय थे। उनमें से 522 यानी 81 फीसदी मरीज ठीक हो पाए हैं। शेष 121 अब भी टीबी रोग से ग्रसित हैं। सीएमएचओ डॉ. एमके सूर्यवंशी का कहना है कि टीबी प्रोग्राम से जुड़े कर्मचारियों का टीए-डीए नहीं मिलने की जानकारी नहीं है। मैं दिखवा लेता हूं कि भुगतान क्यों नहीं हुआ। जल्द भुगतान का प्रयास किया जाएगा। ताकि कर्मचारियों को राहत मिल सके।
टीबी मरीजों को पोषण आहार के लिए प्रतिमाह 500 रुपए देने का प्रावधान है। डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) के जरिए मरीजों के खाते में राशि डाली जाती है। लेकिन कई मरीजों को राशि नहीं मिलने की शिकायत है। फॉलोअप लेने जा रहे सुपरवाइजरों से मरीज पोषण आहार की राशि नहीं आने की शिकायत कर रहे हैं।
कबीरधाम जिले में जनवरी से जुलाई 2023 के दौरान 7 महीने में टीबी के 415 मरीज मिले थे। टीबी उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 10911 लोगों की जांच की गई थी, जिसमें टीबी के 225 कंफर्म केस थे। इसके अलावा शेष मरीजों में टीबी के लक्षण होने के कारण दवा शुरू कराई गई थी। उपलब्धि की बात करें, तो स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि जनवरी से जुलाई 2023 में 643 मरीजों में 522 ठीक हो चुके हैं। रिकवरी रेट में बोड़ला ब्लॉक की स्थिति ठीक नहीं दिख रही। ब्लॉक में 137 मरीजों में सिर्फ 91 ठीक होना बताया जा रहा है। यानी यहां अब भी 34 फीसदी मरीज टीबी से जूझ रहे हैं। वहीं कवर्धा ब्लॉक में 213 में से 172 ठीक हुए हैं। इस क्षेत्र में 41 सक्रिय मरीज हैं।
जिला क्षय नियंत्रण अधिकारी डॉ. बीएल राज का कहना है कि मरीजों के खाते में पोषण आहार की राशि नियमित पहुंच रहे है। दो माह पूर्व कुछ दिक्कत हो गई थी। अभी जो नए मरीज मिल रहे हैं, उनका रजिस्ट्रेशन होने के बाद पोषण आहार की राशि आना शुरू हो जाएगा।