72 लाख का घोटाला.बोदा खरीदी केंद्र से 3300 क्विं धान गायब, केंद्र प्रभारी व ऑपरेटर को हटाया

कवर्धा
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी में 72 लाख का घोटाला सामने आया है। सेवा सहकारी समिति बोदा (तरेगांव जंगल) में खरीदे गए 3300 क्विंटल धान गायब हो गए हैं। केंद्र में धान का स्टॉक पंजी और भौतिक सत्यापन करने पर घोटाला फूटा। इस कृत्य में संलिप्त केंद्र प्रभारी रमेश मरावी और डाटा एंट्री ऑपरेटर साधराम पटेल से धान या राशि की रिकवरी (वसूली) की जाएगी।
फौरी कार्रवाई करते हुए केंद्र प्रभारी व ऑपरेटर को हटा दिया गया है। उसकी सेवा समाप्ति के आदेश दिए गए हैं। बड़ा सवाल ये है कि धान खरीदी में गड़बड़ी रोकने के लिए ब्लॉक व जिला स्तर पर नोडल अफसरों की नियुक्ति की गई है। बावजूद इसके बोदा समिति से 72 लाख का धान घोटाला हो गया। मामले में बारीकी से जांच करें तो इस घोटाले में अन्य लोगों की संलिप्तता भी होने की आशंका है।
जानकारी के मुताबिक बोड़ला ब्लॉक की सेवा सहकारी समिति बोदा (तरेगांव जंगल) में अब तक 1357 किसानों से 75153.60 क्विंटल धान खरीदी हुई है। स्टॉक पंजी और भौतिक सत्यापन के दौरान 3300 क्विंटल धान कम मिला। समर्थन मूल्य पर गायब हुए धान की कीमत 72 लाख रुपए है।
जिले में 90 समितियों अंतर्गत 108 केंद्रों के जरिए धान खरीदी की जा रही है। 31 जनवरी की स्थिति में जिले के 1,09592 पंजीकृत किसानों से 5,90336 मीट्रिक टन धान खरीदी कर ली गई है। पिछले वर्ष की तुलना में अब तक 3 हजार ज्यादा किसानों ने धान बेचा है। इस वर्ष जिले में 1,19494 किसानों के 1,25788.92 हेक्टेयर रकबे का पंजीयन हुआ है। इसमें से 1,20652 हेक्टेयर रकबे का धान खरीदा जा चुका है। 9902 किसानों से धान खरीदी बाकी है।
11 समितियों में भी गड़बड़ी खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में धान खरीदी में गड़बड़ी जारी है। 11 सेवा सहकारी समितियों में भी अनियमितता बरती गई। इसके चलते इन समितियों के 28 प्रबंधकों और कम्प्यूटर ऑपरेटर पर कार्रवाई की गई है। इसमें एक समिति प्रबंधक पर एफआईआर भी की गई है। वहीं एक डाटा एंट्री ऑपरेटर को सेवा समाप्ति, दो समिति प्रबंधक और एक डाटा एंट्री ऑपरेटर को निलंबित और 23 समिति प्रबंधक व डाटा एंट्री ऑपरेटर को नोटिस थमाया गया है।
उठाव धीमा होने से 2.15 लाख टन धान जाम पड़ा केंद्रों में खरीदे गए धान का कस्टम मिलिंग के लिए उठाव किया जा रहा है। लेकिन उठाव का कार्य धीमा है। जिले में अब तक 5,90336 मीट्रिक टन धान की खरीदी की गई है। अब तक 4,05360 मीट्रिक टन धान उठाव के लिए डीओ (डिलीवरी ऑर्डर) जारी हो चुका है। इसके विपरीत 3,75000 मीट्रिक टन धान का उठाव हो पाया है। जबकि अब भी 2.15 लाख मीट्रिक टन धान केंद्रों में जाम पड़ा है। जारी डीओ का ही 30360 टन धान उठाव शेष है।
जांच रिपोर्ट के बाद सभी की सेवा समाप्ति के निर्देश कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने चालू विपणन वर्ष में जिले के केंद्रों में धान खरीदी के कार्यों में लापरवाही व गड़बड़ी में संलिप्त कर्मचारियों की जांच करने आदेश दिए हैं। जांच रिपोर्ट के बाद उन सभी का सेवा समाप्त करने के लिए उपपंजीयक विभाग को निर्देशित किया है। वहीं खरीदी केंद्रों के नोडल अधिकारियों को भी शो-कॉज नोटिस जारी करने निर्देश दिए हैं। इसे लेकर शुरुआत से ही सख्ती की जा रही है।