रानी दहरा जलप्रपात में युवक की तलाश 24 घंटे बाद भी जारी, उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने व्यक्त की गहरी चिंता, कलेक्टर ने दिए कड़े निर्देश — अब पर्यटक बिना अनुमति नहीं कर सकेंगे प्रवेश
प्रशासन अलर्ट, एसडीआरएफ टीम को बुलाया गया, कलेक्टर ने दिए सख्त निर्देश हर पर्यटक का रिकॉर्ड अनिवार्य, जलप्रपात क्षेत्र में मदिरा सेवन पर सख्ती, सुरक्षा व्यवस्था के लिए बहुस्तरीय निर्देश जारी


कवर्धा। जिले के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल रानी दहरा जलप्रपात में रविवार को लापता हुए युवक की तलाश अब भी जारी है। 22 वर्षीय श्रीजल पाठक, निवासी मुंगेली, झरने के ऊपरी हिस्से में घूमते समय अचानक आए तेज बहाव की चपेट में आ गया और तब से उसका कुछ पता नहीं चल पाया है।
एसडीआरएफ को बुलाया गया, 17 सदस्यीय टीम कर रही रेस्क्यू ऑपरेशन
घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन ने तत्काल रेस्क्यू अभियान शुरू किया। नगर सेना की 17 सदस्यीय टीम कल से लगातार युवक की तलाश में जुटी है। सोमवार सुबह कलेक्टर गोपाल वर्मा ने खुद घटनास्थल पहुंचकर सर्च ऑपरेशन की समीक्षा की और एसडीआरएफ टीम को मौके पर बुलाने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने किया स्थल निरीक्षण, सुरक्षा के दिए बहुस्तरीय निर्देश
कलेक्टर वर्मा ने मौके पर मौजूद अधिकारियों के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। उनके साथ वनमंडलाधिकारी निखिल अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ अजय त्रिपाठी, डिप्टी कलेक्टर आर.बी. देवांगन, बोड़ला एसडीएम रुचि शार्दूल व अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने पर्यटकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
सभी आगंतुकों की जानकारी दर्ज करना अनिवार्य
कलेक्टर ने निर्देशित किया है कि जलप्रपात में आने वाले प्रत्येक पर्यटक का नाम, पता व अन्य आवश्यक जानकारी एक रजिस्टर में दर्ज करना अनिवार्य किया जाएगा। यह व्यवस्था इसलिए की जा रही है ताकि किसी भी आपात स्थिति में तत्काल पहचान और राहत कार्य संभव हो सके।
शाम 5 बजे के बाद पर्यटकों को प्रवेश नहीं मिलेगा
पर्यटन स्थल पर सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह भी तय किया गया है कि शाम 5 बजे के बाद किसी भी आगंतुक को जलप्रपात क्षेत्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। साथ ही, 5:30 बजे तक सभी पर्यटकों को क्षेत्र से वापस लौटना अनिवार्य होगा। यह नियम बरसात के मौसम में तेज जल बहाव और घटती रोशनी के कारण बढ़ते जोखिम को देखते हुए लागू किया गया है।
गहरे जल क्षेत्र में नहाना और खतरनाक स्थानों पर सेल्फी लेना प्रतिबंधित
कलेक्टर ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जलप्रपात के गहरे जल वाले हिस्सों में नहाना पूरी तरह से वर्जित रहेगा। इसके अलावा, जिन स्थानों को खतरनाक या फिसलन भरे क्षेत्रों के रूप में चिन्हित किया गया है, वहां सेल्फी लेना, फोटोग्राफी या वीडियो बनाना पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। केवल प्रशासन द्वारा चिन्हित सुरक्षित स्थानों से ही फोटोग्राफी की अनुमति होगी।
खतरनाक स्थान होंगे चिन्हित, चेतावनी बोर्ड और बैरिकेडिंग होगी मजबूत
जलप्रपात क्षेत्र के जोखिमभरे स्थानों की नक्शा आधारित पहचान कर चेतावनी बोर्ड, बैरिकेडिंग और जागरूकता स्लोगन लगाए जाएंगे। वन विभाग और नगर सेना के जवानों की 24×7 ड्यूटी सुनिश्चित की गई है।
मदिरा सेवन और प्लास्टिक पर सख्त प्रतिबंध
पर्यटन स्थल पर मदिरा या नशीले पदार्थों के सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया गया है। पुलिस व आबकारी विभाग को नियमित गश्त और कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही, प्लास्टिक कप, प्लेट, चम्मच आदि के उपयोग पर रोक, अनियंत्रित आग से खाना पकाने और चट्टानों पर संदेश अंकन जैसे पर्यावरण-संवेदनशील उपाय भी किए जाएंगे।
परिजनों से मिले कलेक्टर, प्रत्यक्षदर्शी दोस्त से ली जानकारी
कलेक्टर वर्मा ने लापता युवक श्रीजल पाठक के पिता सुनील पाठक और अन्य परिजनों से मुलाकात की और संवेदना प्रकट की। उन्होंने मौके पर मौजूद युवक के मित्र उमेश साहू से बातचीत कर घटना का विवरण जाना। उमेश ने बताया कि दोनों झरने के ऊपरी हिस्से में थे, जब अचानक पानी का तेज बहाव आया। श्रीजल उसी में फंस गया और देखते ही देखते ओझल हो गया।
सख्ती से लागू होंगे नए नियम, निगरानी बढ़ेगी
इन निर्देशों को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए वन विभाग और नगर सेना के जवानों की 24 घंटे ड्यूटी सुनिश्चित की जा रही है। जलप्रपात क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों पर चेतावनी बोर्ड लगाए जाएंगे, बैरिकेडिंग की मरम्मत की जाएगी और जनजागरूकता के लिए स्लोगन लगाए जाएंगे। कलेक्टर वर्मा ने कहा कि यह कदम केवल प्रशासनिक औपचारिकता नहीं है, बल्कि हर पर्यटक की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर विषय है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे निर्देशों का पालन करें और प्राकृतिक स्थलों पर घूमने के दौरान अपनी और दूसरों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें।
घटना पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने व्यक्त की गहरी चिंता
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री विजय शर्मा ने कबीरधाम जिले के रानी दहरा जलप्रपात में हाल ही में हुई दुर्घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने कलेक्टर गोपाल वर्मा से घटना की पूरी जानकारी प्राप्त की और खोजबीन तथा राहत कार्यों की स्थिति की समीक्षा की। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि ऐसी घटनाएं अत्यंत दुःखद और चिंताजनक हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि भविष्य में इस प्रकार की दुर्घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए आवश्यक सुरक्षात्मक उपायों को प्राथमिकता के साथ लागू किया जाए।
“एक सेल्फी जानलेवा साबित हो सकती है” – कलेक्टर की अपील
बरसात के मौसम को देखते हुए कलेक्टर वर्मा ने आम नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि कई लोग रोमांच या सोशल मीडिया के लिए सेल्फी लेने के चक्कर में जान जोखिम में डालते हैं। एक पल की लापरवाही जीवनभर का पछतावा बन सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन जनसहयोग के बिना प्रभावी सुरक्षा लागू नहीं कर सकता। इसलिए नागरिक स्वयं भी सतर्क रहें और दूसरों को जागरूक करें। उन्होंने कहा है कि रानी दहरा जलप्रपात में फंसे युवक की तलाश फिलहाल जारी है और प्रशासन हरसंभव प्रयास कर रहा है। बरसात के इस संवेदनशील समय में लोगों से अपील है कि वे प्राकृतिक स्थलों पर सतर्कता बरतें, निर्देशों का पालन करें और किसी भी प्रकार के जोखिम से बचें।
अन्य पर्यटन स्थलों पर भी लागू होंगी ये व्यवस्थाएं
कलेक्टर ने सभी अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि उनके क्षेत्र में स्थित पर्यटन स्थलों पर भी इसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्थाएं लागू की जाएं। इसका उद्देश्य किसी भी प्रकार की जनहानि को न्यूनतम करना है।
