उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के प्रयास से कबीरधाम को मिले 5 नए महतारी सदन, अब कुल संख्या 19
प्रदेश में 166 महतारी सदनों की स्वीकृति, 49.80 करोड़ रुपये जारी, 5 वर्षों में हर ग्राम पंचायत में बनेगा महतारी सदन


कवर्धा। प्रदेश के प्रत्येक ग्राम पंचायतों में ग्रामीण महिलाओं को स्वावलंबी एवं आत्मनिर्भर बनाने तथा आपसी समरसता स्थापित करने सामायिक कार्यक्रमों में सामूहिक भागीदारी तथा महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के निर्देशानुसार महतारी सदन का निर्माण कार्य किया जाना है।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के प्रयास से 166 महतारी सदन की स्वीकृति आदेश जारी किया गया है, इसके लिए 49 करोड़ 80 लाख रुपये की स्वीकृति जारी की गई है। कबीरधाम जिले को इसके तहत 5 नए महतारी सदन की स्वीकृति प्राप्त हुई है। इनका निर्माण किशुनगढ़, चारभाटा, पोड़ी, रेंगाखारकला और राजानवागांव में कुल 1 करोड़ 50 लाख रुपये की लागत से कराया जाएगा। इससे जिले में निर्माणाधीन 14 महतारी सदनों की संख्या बढ़कर अब कुल 19 हो जाएगी। राज्य शासन द्वारा महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से स्वीकृत 14 महतारी सदनों का निर्माण कार्य जिले में तेजी से प्रगति पर है। इनका निर्माण कुल 3 करोड़ 45 लाख 80 हजार रुपए की लागत से कराया जा रहा है। प्रत्येक महतारी सदन पर 24 लाख 70 हजार रुपए की स्वीकृत राशि व्यय की जा रही है। कबीरधाम जिले के विभिन्न विकासखंडों की पंचायतों में महतारी सदन निर्माण के लिए स्वीकृति दी गई है। इनमें कवर्धा विकासखंड के ग्राम बम्हनी, रबेली, लखनपुर, खडौदा (रबेली), भागुटोला, मैनपुरी, जोराताल, बरबसपुर, बिरकोना और धरमपुरा, सहसपुर लोहारा विकासखंड के ग्राम रणवीरपुर तथा पंडरिया विकासखंड के ग्राम मोहतराखुर्द, कुंडा और जेवड़न कला शामिल हैं।
उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि न्यू इंडिया के ग्रोथ साइकल में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आत्मनिर्भर भारत अभियान महिलाओं की क्षमता को देश के विकास के साथ जोड़ रहा है। प्रदेश के ग्राम पंचायतों में बनने जा रहा महतारी सदन भी इसी दिशा में एक प्रयास है। उन्होंने कहा कि लगातार ग्राम भ्रमण के दौरान महिलाओं द्वारा बैठने की स्थान न होने की शिकायत की और बैठने हेतु स्थान दिलाने की मांग की जाती रही इसलिए महतारी सदन बनाने का विचार आया। ततपश्चात महिलाओं को रोजगार दिलाने और उनको काम काज के लिए स्थान उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार गांवों में महतारी सदन बनाने जा रही है। अब तक 368 महतारी सदन की स्वीकृति इसी उद्देश्य को पूर्ति के लिये जारी किया गया है। कार्यों में एकरूपता के दृष्टिकोण से पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कार्य का एक मानक डिजाईन एवं प्राक्कलन तैयार किया गया है। प्रति महतारी सदन की लागत राशि रुपये 30 लाख होगी।
5 वर्षो में सभी ग्राम पंचायतों में महतारी सदन बनाने की योजना प्रदेश के सभी ग्राम पंचायतों में महतारी सदन बनाया जाएगा। महतारी सदन बनाने की शुरुआत हो गयी है। पहले चरण में प्रदेश के प्रत्येक विकासखंड में महतारी सदन बनना प्रारंभ किया जा रहा है व 5 साल में सभी ग्राम पंचायत में महतारी सदन बनेंगे। प्रदेश में बनने वाले महतारी सदन का निर्माण लगभग 25 सौ वर्गफुट में कराया जाएगा। सदन में कमरा, शौचालय, बरामदा, हाल, किचन और स्टोररूम जैसी सुविधाएं रहेगी। पानी के लिए ट्यूबवेल के साथ वाटर हार्वेस्टिंग भी किया जाएगा। महिलाओं की सुरक्षा के लिए इसमे बॉउंड्रीवाल भी बनाये जाएंगे। महतारी सदन में सामुदायिक शौचालय का भी निर्माण किया जाएगा।