जक्लिक वेबसाइट से जुड़ी 30 लोकेशन पर छापे:मुंबई में तीस्ता सीतलवाड के घर भी पुलिस पहुंची; UAPA और चीनी फंडिंग का केस

लवाड के घर भी पुलिस पहुंची; UAPA और चीनी फंडिंग का केस

दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को वेबसाइट न्यूजक्लिक के 30 से ज्यादा लोकेशन पर रेड की है। पुलिस कुछ पत्रकारों को अपने साथ ले गई है। इनमें अभिसार शर्मा, उर्मिलेश और परंजॉय गुहा ठाकुरता शामिल हैं। इस बीच मुंबई में एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ के घर भी मुंबई पुलिस की एक टीम पहुंची है। हालांकि, वहां जारी कार्रवाई के बारे में पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है।
दिल्ली पुलिस ने यह कार्रवाई UAPA के तहत की है। 5 अगस्त को न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक रिपोर्ट जारी कर बताया था कि न्यूजक्लिक को एक अमेरिकी अरबपति नोवेल रॉय सिंघम ने फाइनेंस किया था। वे चीनी प्रोपेगैंडा को बढ़ावा देने के लिए भारत समेत दुनियाभर में संस्थाओं को फंडिंग करते हैं।
इस रिपोर्ट के आधार पर 17 अगस्त को न्यूजक्लिक के खिलाफ UAPA के सेक्शन 153(a) (धर्म, जाति के आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 120(b) (आपराधिक षड्यंत्र में भागीदारी) समेत कई अन्य सेक्शन के तहत एक FIR दर्ज कराई गई थी। FIR का नंबर 224/2023 है।


तीस्ता के घर मुंबई पुलिस पहुंची, कार्रवाई की डिटेल नहीं
सोशल एक्टिविस्ट तीस्ता सीतलवाड़ के मुंबई स्थित घर पर भी पुलिस पहुंची है। तीस्ता न्यूजक्लिक वेबसाइट के लिए आर्टिकल लिखती रही हैं। हालांकि पुलिस ने अब तक इस केस से तीस्ता के कनेक्शन के बारे में कुछ नहीं कहा है। तीस्ता को गुजरात दंगों से जुड़े एक केस में सुप्रीम कोर्ट ने 19 जुलाई को जमानत दी थी। उन्हें पिछले साल 25 जून को गिरफ्तार किया गया था।

अभिसार शर्मा ने कहा- पुलिस मेरा फोन और लैपटॉप ले गई

जिन पत्रकारों के यहां छापा मारा गया, उनमें प्रमुख रूप से प्रबीर पुरकायस्थ, संजय राजौरा, उर्मिलेश, भाषा सिंह, परंजॉय गुहा ठाकुरता, ऑनिंदो चक्रवर्ती, अभिसार शर्मा और सोहेल हाशमी हैं। कहा जा रहा है कि ये सभी न्यूज वेबसाइट न्यूजक्लिक से जुड़े हुए हैं। अभिसार शर्मा नोएडा और उर्मिलेश गाजियाबाद में रहते हैं।
इनमें से कई पत्रकारों ने ट्वीट कर बताया है कि पुलिस ने उनके घरों में रेड डाली है और उनके मोबाइल फोन और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं।
इस छापे को लेकर प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने विरोध जाहिर किया है…
हाईकोर्ट ने पुरकायस्थ की गिरफ्तारी पर रोक लगाई थी
इससे पहले, 22 अगस्त को दिल्ली हाईकोर्ट ने न्यूजक्लिक के एडिटर इन चीफ प्रबीर पुरकायस्थ को नोटिस दिया था। यह नोटिस दिल्ली पुलिस की इकोनॉमिक ऑफेंसेस विंग (EOW) की याचिका पर दिया गया था। पुलिस ने याचिका में कोर्ट के अंतरिम आदेश को वापस लेने की अपील की थी, जिसमें न्यूज साइट के खिलाफ सख्त एक्शन लेने पर रोक लगाई गई थी।
दरअसल, दिल्ली हाईकोर्ट ने 7 जुलाई 2021 को प्रबीर पुरकायस्थ को गिरफ्तार न करने का आदेश दिया था। हालांकि कोर्ट ने कहा था कि पुरकायस्थ को अधिकारियों के निर्देशों के मुताबिक जांच में सहयोग करना होगा। दिल्ली पुलिस की याचिका के बाद कोर्ट ने पुरकायस्थ से इस मामले में जवाब तलब किया था।
चीन के प्रोपेगैंडा के लिए दुनिया भर में धन देते हैं अरबपति सिंघम
अमेरिकी अरबपति नेविले रॉय सिंघम पर आरोप लगते रहे हैं कि वह चीन के प्रोपेगैंडा के लिए दुनिया भर में धन देते हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सिंघम के साथ मैसाचुसेट्स में एक थिंक टैंक, मैनहटन की संस्था, दक्षिण अफ्रीका में एक राजनीतिक दल, भारत और ब्राजील में न्यूज ऑर्गनाइजेशन सहित कई ग्रुप जुड़े हैं।
सिंघम शिकागो में स़ॉफ्टवेयर कंसल्टेंसी कंपनी थॉटवर्क्स चलाते हैं। इससे एक भारतीय न्यूज वेबसाइट भी नेटवर्क से जुड़ी है। नई दिल्ली में कॉरपोरेट फाइलिंग से पता लगा था कि सिंघम के नेटवर्क ने न्यूज साइट- न्यूजक्लिक को फाइनेंस किया है। ये ग्रुप तालमेल से काम करते हैं। उन्होंने एक-दूसरे के कंटेंट सोशल मीडिया पर सैकड़ों बार पोस्ट किए हैं।
न्यूयॉर्क टाइम्स की पूरी रिपोर्ट यहां क्लिक कर पढ़ें
संसद में उठा था न्यूजक्लिक का मुद्दा
संसद के मानसून सत्र के दौरान 7 अगस्त को लोकसभा में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भी न्यूयॉर्क टाइम्स रिपोर्ट का हवाला देकर न्यूजक्लिक को मिलने वाली चीनी फंडिंग का मुद्दा उठाया था।
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि, ‘कांग्रेस, चीन और विवादित न्यूज वेबसाइट न्यूजक्लिक एक ही गर्भनाल से जुड़े हैं। राहुल गांधी की ‘नकली मोहब्बत की दुकान’ में पड़ोसी सामान साफ देखा जा सकता है। चीन के प्रति उनका प्रेम नजर आ रहा है। वे भारत विरोधी अभियान चला रहे हैं।’
अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब मैं न्यूज क्लिक की बात करता हूं, इसकी फंडिंग की, तब भारत में इसके खिलाफ छापे पड़े। उसमें कहां-कहां से पैसा लिया, कहां से पैसे आए, इन सबकी जानकारी है। अगर आप इनकी फंडिंग का जाल देखेंगे तो नेवलराय सिंघम ने इसकी फंडिंग की। फंडिंग उसे चीन की ओर से आई।
दो साल पहले इनकम टैक्स ने डाली थी न्यूजक्लिक के ऑफिस में रेड

सितंबर 2021 में इनकम टैक्स विभाग ने ऑनलाइन पोर्टल न्यूज लॉन्ड्री और न्यूज क्लिक के ऑफिस में रेड डाली भी। टैक्स चोरी की जांच के लिए यह कार्रवाई की गई थी। इनकम टैक्स विभाग ने इस बात की पुष्टि की है कि उसकी टीमों ने साउथ दिल्ली में इन दोनों वेबसाइट के ऑफिस पहुंची थीं। हालांकि, आयकर विभाग की तरफ से इस कार्रवाई को रेड की जगह सर्वे कहा गया।
IT अफसरों ने बताया कि विभाग की टीमें न्यूज लॉन्ड्री और न्यूज क्लिक के परिसरों की जांच कर रही हैं। दोनों पोर्टल से जुड़े बहीखातों की भी जांच की जा रही है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, यह कार्रवाई दोनों संस्थानों के टैक्स पेमेंट और दूसरे भुगतान की जांच के लिए की गई थी। वहीं IT सूत्रों ने कहा, ‘यह ऑपरेशन टैक्स पेमेंट से जुड़ी कुछ जानकारियों को वैरीफाई करने के लिए किया जा रहा है।’ पूरी खबर यहां पढ़ें…