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सिक्किम में बादल फटने से बाढ़ आई, 23 जवान लापता:सेना के कैंप उखड़े, 41 गाड़ियां डूबीं; तीस्ता नदी का जलस्तर 15 से 20 फुट तक बढ़ा

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 डूबीं; तीस्ता नदी का जलस्तर 15 से 20 फुट तक बढ़ा

गंगटोकएक घंटा पहले
  • सेना के कैंप उखड़े, 41 गाड़ियां डूबीं; तीस्ता नदी का जलस्तर 15 से 20 फुट तक बढ़ा|देश,National - Dainik Bhaskar

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    बादल फटने के बाद तीस्ता नदी का जलस्तर सामान्य से 15 से 20 फीट तक बढ़ गया।
  • सेना के कैंप उखड़े, 41 गाड़ियां डूबीं; तीस्ता नदी का जलस्तर 15 से 20 फुट तक बढ़ा|देश,National - Dainik Bhaskar
    अचानक बादल फटने के बाद नदी पर बने कुछ पुल-पुलिया और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।
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    नदी से लगे आसपास के इलाकों में भी पानी भर गया है। पुलिस-प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में लगी हुई है।
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    तीस्ता नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है।
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    नदी का पानी अचानक बढ़ने से सड़क पर खड़ी एक क्रेन भी पूरी तरह डूब गई।
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    नदी के आसपास बने घर भी पानी में डूब गए। जानमाल के नुकसान का कोई आंकड़ा सामने नहीं आया है।

नदी से लगे इलाके में ही सेना का कैंप था, जो बाढ़ की चपेट में आने के बाद बह गया। गुवाहाटी के डिफेंस PRO ने बताया- अचानक पानी बढ़ने के कारण चुंगथांग बांध से पानी छोड़ना पड़ा। इसके बाद निचले इलाके भी डूबने लगे हैं। यहां सिंगताम के पास बारदांग में खड़े सेना के 41 वाहन डूब गए।

सेना के मुताबिक, बादल फटने की घटना के बाद तीस्ता नदी का जलस्तर अचानक 15 से 20 फिट तक बढ़ गया। इसके बाद नदी से लगे आसपास के इलाकों में पानी भर गया। कई घरों में भी नदी का पानी घुस आया। लोग घर छोड़कर सुरक्षित इलाकों में चले गए।

अचानक बादल फटने के बाद नदी पर बने कुछ पुल-पुलिया और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।
अचानक बादल फटने के बाद नदी पर बने कुछ पुल-पुलिया और सड़कों को भी नुकसान पहुंचा है।

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
गुवाहाटी के डिफेंस PRO ने बताया कि हादसे के बाद सेना के लापता जवानों की तलाशी के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। स्थानीय प्रशासन भी अपने स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है। हालांकि जानमाल के नुकसान को लेकर कोई जानकारी अभी सामने नहीं आई है।

नदी से लगे आसपास के इलाकों में भी पानी भर गया है। पुलिस-प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा हुआ है।
नदी से लगे आसपास के इलाकों में भी पानी भर गया है। पुलिस-प्रशासन रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा हुआ है।

16 जून को भी बादल फटा था
इससे पहले सिक्किम में 16 जून को भी बादल फटा था। यहां के पेक्योन्ग में जमीन खिसकने और फिर बादल फटने से घरों में पानी भर गया था। कई लोग इससे प्रभावित हुए थे।

तीस्ता नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है।
तीस्ता नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है।

नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में आज और कल भारी बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग ने 4 और 5 अक्टूबर के लिए पूर्वी और नॉर्थ-ईस्ट राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें बिहार, झारखंड, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा शामिल हैं।

नदी का पानी अचानक बढ़ने से सड़क पर खड़ी एक क्रेन भी पूरी तरह डूब गई।
नदी का पानी अचानक बढ़ने से सड़क पर खड़ी एक क्रेन भी पूरी तरह डूब गई।

इस साल बादल फटने की 4 बड़ी घटनाएं…

24 अगस्त: हिमाचल प्रदेश के मंडी में बादल फटा था। जिसमें 51 लोग फंस गए थे। NDRF की टीम ने सभी को सुरक्षित बचा लिया था। बद्दी जिले में बारिश के चलते बालद नदी में उफान आने से पुल दो हिस्सों में टूट गया था। वहीं पंडोह में मलबे की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी जबकि एक स्कूल की बिल्डिंग नाले में बह गई थी।

9 अगस्त: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के पांवटा साहिब में बादल फटा, जिसके कारण सिरमौरी ताल गांव में फ्लैश फ्लड से एक मकान ढह गया था। इसकी चपेट में एक ही परिवार के 5 लोग आए थे। इनमें दो बच्चे भी शामिल थे। दो लोगों के शव बरामद कर लिए गए थे।

22 जुलाई: शिमला में बादल फटने के चलते आई बाढ़ में कई गाड़ियां बह गई थीं। वहीं काफी घर क्षतिग्रस्त हुए थे। हालांकि इसमें किसी के हताहत होने की सूचना नहीं थी। हालांकि बारिश के चलते चंबा-पठानकोट NH पर लैंडस्लाइड होने से हाईवे बंद हो गया था।

25 जुलाई: हिमाचल के शिमला जिले के रामपुर में बादल फटने से भारी तबाही हुई। रामपुर ब्लॉक की सरतारा पंचायत के कंदार गांव में बादल फटने से प्राथमिक पाठशाला, युवक मंडल सहित लोगों के 6 मकान ढह गए। डेढ़ दर्जन से ज्यादा पालतू मवेशी बाढ़ में बह गए। कई घरों में पानी घुस गया और आधा दर्जन गाड़ियों को भी इससे नुकसान हुआ था।

नदी के आसपास बने घर भी पानी में डूब गए। जानमाल के नुकसान का कोई आंकड़ा सामने नहीं आया है।
नदी के आसपास बने घर भी पानी में डूब गए। जानमाल के नुकसान का कोई आंकड़ा सामने नहीं आया है।

जुलाई में दो घटनाएं, नौसेना के 3 अफसर और आर्मी के दो जवान बहे
इससे पहले 20 जुलाई को हिमाचल के कुल्लु में 4 जगह बादल फटने की घटनाएं हुईं। जिसमें कई लोग बाढ़ में बह गए थे। इसमें मनाली घूमने आए भारतीय नौसेना के तीन अफसर भी शामिल थे। वहीं, 9 जुलाई को जम्मू के पुंछ जिले में बाढ़ में सेना के 2 जवान बह गए थे। दोनों जवानों के शव बरामद किए गए थे।

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News Desk

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