छत्तीसगढ़

200 पालकों ने डीएवी स्कूल पहुंचकर अपने बच्चों की पढ़ाई के स्तर को जाना

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ग्राम जांता स्थित मुख्यमंत्री डीएवी स्कूल में पालक-बालक व शिक्षक बैठक हुई। बच्चों के पढ़ाई स्तर जानने माता-पिता विद्यालय आए थे। प्राचार्य पीएल जायसवाल ने बताया कि डीएवी स्कूल अपने सीबीएसई शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा व अच्छी संस्कार, प्रत्येक गतिविधि के लिए जाना जाता है। महर्षि दयानंद सरस्वती के नाम से ही दयानंद एंग्लो वैदिक विद्यालय प्रारंभ हुआ है। हर शनिवार को हवन यज्ञ व संस्कार को लेकर नैतिक शिक्षा की पढ़ाई होती है। पालक भी वैदिक हवन यज्ञ में शामिल हुए। 200 पालकों ने स्कूल पहुंचकर अपने बच्चों के विकास के लिए किए जा रहे प्रयास पर बातचीत की।

प्राचार्य ने कहा कि माता-पिता और शिक्षक का एक ही लक्ष्य होता है, बच्चे की सफलता। माता-पिता, शिक्षक और बच्चे की साझेदारी स्कूली प्रक्रिया को समृद्ध और प्रभावी बनाती है।

माता-पिता अपने बच्चों के पहले शिक्षक होते हैं। एक सफल अभिभावक के सहयोग के लिए आपको शिक्षकों के साथ निरंतर बातचीत करने की आवश्यकता होती है। माता-पिता और शिक्षक दोनों अपने अवरोध को दूर करते हैं और एक साझा लक्ष्य की दिशा में काम करने के लिए तैयार रहते हैं। रिजल्ट को बेहतर बनाने पालकों की सहभागिता बढ़ाने के लिए बैठक बुलाई गई। संस्कृत शिक्षिका सुमित्रा पटेल ने वैदिक हवन यज्ञ कराया। संगीत शिक्षक राजा ने भजन प्रस्तुत किया। शिक्षक ललित देवागन, राहुल पटेल, अखिलेश पटेल, ज्ञानेश्वर साहू, निशु गुप्ता, अनिल कुमार, पुरुषोत्तम कुमार, अमित कुमार, आयुषी जैन, कैलाश सिंह समेत अन्य लोग इस मौके पर उपस्थित थे।

News Desk

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