टमाटर की बंपर पैदावार: प्रति हेक्टेयर 500 क्विंटल तक उत्पादन

कबीरधाम जिले में इस सीजन टमाटर की बंपर पैदावार हुई है। प्रति हेक्टेयर 500 क्विंटल तक टमाटर उत्पादन मिल रहा है। खेतों से टमाटर निकलना शुरू हो चुका है। खास बात यह है कि यहां के टमाटर खरीदने के लिए असम, उड़ीसा, मध्यप्रदेश और पूर्वांचल के राज्य पटना, बिहार, झारखंड से व्यापारी पहुंच रहे हैं।
सहसपुर लोहारा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम खड़ौदा के युवा किसान रूपेंद्र जायसवाल ने 29 नवंबर को ही 13 टन टमाटर असम के एक व्यापारी को बेचा। इससे पहले उन्होंने पटना के व्यापारी को 12 टन टमाटर बेचा था। इसके अलावा मध्यप्रदेश, उड़ीसा से भी व्यापारी टमाटर खरीदने के लिए पहुंच रहे हैं। यहां के ज्यादातर बड़े किसान, ब्रोकर के जरिए अंतरराज्यीय व्यवसाय कर रहे हैं।
पांच महीने पहले 120 रुपए किलो में बिक रहा था: लोकल बाड़ियों से टमाटर की आपूर्ति मंडी में हो रही है, जिसके चलते दाम कंट्रोल में हैं। अभी थोक व चिल्हर में 28 से 30 रुपए किलो में टमाटर बिक रहा है। जबकि 5 महीने पहले जून- जुलाई में यह 120 से 130 रुपए किलो में बिक रहा था। तब बेंगलुरु और कर्नाटक से टमाटर की सप्लाई हो रही थी।
20 एकड़ में टमाटर की खेती, प्रति एकड़ 70 से 80 टन तक उत्पादन युवा किसान रूपेंद्र जायसवाल बताते हैं कि उन्होंने 20 एकड़ रकबे में टमाटर लगाया है। सामान्यत: प्रति एकड़ 70 से 80 टन उत्पादन होता है। खेतों से टमाटर निकलना शुरू हो चुका है। प्रति एकड़ उत्पादित टमाटर को 2 लाख रुपए के दर से दूसरे राज्यों के व्यापारियों को बेच रहे हैं।
व्यापारी खुद ही खेतों से टमाटर ले जा रहे हैं। उद्यानिकी विभाग के उपसंचालक आरएन पांडेय बताते हैं कि इस सीजन जिले में 1200 हेक्टेयर रकबे में टमाटर की खेती है। एक हेक्टेयर में 500 क्विंटल तक उत्पादन मिलता है। बीते वर्ष के मुताबिक इस बार टमाटर का रकबा 200 हेक्टेयर बढ़ा है। कवर्धा मंडी में रोज औसतन 700 क्विंटल तक टमाटर की खपत है।