प्रशासनिक फेरबदल : सीएम विष्णुदेव साय का सबसे बड़ा एक्शन, सरकारी छुट्टी के दिन 41 IAS अफसरों के तबादले की सूची जारी, छत्तीसगढ़ में अब तक की सबसे बड़ी प्रशासनिक सर्जरी

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शनिवार को अब तक का सबसे बड़ा प्रशासनिक फेरबदल करते हुए एक साथ 41 IAS अधिकारियों के तबादले कर दिए। यह फेरबदल खासतौर पर इसलिए चौंकाने वाला रहा क्योंकि यह सरकारी अवकाश के दिन बिना किसी पूर्व जानकारी के किया गया और शाम होते-होते अचानक तबादला सूची सार्वजनिक कर दी गई। सरकार ने इस फैसले के जरिए न केवल वर्तमान प्रशासनिक स्थिरता को बरकरार रखा, बल्कि भविष्य की रणनीति को भी मजबूती से दर्शाया है। मुख्य सचिव अमिताभ जैन जून में सेवानिवृत्त होने वाले हैं। ऐसे में सचिव स्तर के अधिकारियों में कोई फेरबदल नहीं करते हुए सरकार ने भावी मुख्य सचिव को स्वतंत्र निर्णय लेने का अवसर दिया है। वर्तमान में जो अधिकारी मुख्य सचिव के साथ कार्य कर रहे हैं, उनकी कार्यशैली और दक्षता को देखते हुए उन्हें यथावत रखा गया है।
एक ही सचिव के अधीन होंगे संबंधित विभागों के अफसर
फेरबदल में यह सुनिश्चित किया गया है कि अतिरिक्त प्रभार सौंपे गए अधिकारियों को एक ही सचिव के अधीन रखा जाए, जिससे विभागीय समन्वय बेहतर हो और कामकाज अधिक प्रभावी हो। उदाहरणस्वरूप, किरण कौशल को मार्कफेड और नान दोनों की जिम्मेदारी दी गई है, जो खाद्य विभाग के अंतर्गत आते हैं। इससे प्रशासनिक प्रक्रिया सरल होगी और अधिकारियों को बार-बार विभिन्न वरिष्ठों के पास जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
राजस्व प्रकरणों के निराकरण पर सरकार की प्राथमिकता
राजस्व मामलों में लंबित प्रकरणों को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने बिलासपुर संभाग में स्वतंत्र संभागायुक्त के रूप में सुनील जैन की नियुक्ति की है। पिछले एक वर्ष से यहां केवल प्रभारी आयुक्त तैनात थे, जिससे प्रकरणों का निराकरण धीमा हो गया था। अब स्वतंत्र आयुक्त की नियुक्ति के साथ ही रायपुर और दुर्ग संभाग में भी नए अपर संभागायुक्त तैनात किए गए हैं। राजस्व मंडल में भी अध्यक्ष की पूर्णकालिक नियुक्ति की गई है, जिससे न्यायिक प्रक्रिया को गति मिलने की उम्मीद है।
सरकार का भरोसा, अच्छे अफसरों को बड़ी जिम्मेदारी
सरकार ने इस फेरबदल के जरिए उन अधिकारियों को प्रोत्साहित किया है जिन्होंने अपने कार्यकाल में प्रभावी प्रशासनिक क्षमता का प्रदर्शन किया है। संजय अग्रवाल को राजनांदगांव से बिलासपुर जैसे बड़े जिले का कलेक्टर बनाया गया है। मयंक चतुर्वेदी को दंतेवाड़ा में उनके काम को देखते हुए रायगढ़ जैसे औद्योगिक दृष्टि से महत्वपूर्ण जिले में भेजा गया है। किरण कौशल को खाद्य विभाग से संबंधित दोनों संस्थाओं की कमान सौंपी गई है। दिव्या मिश्रा को बालोद कलेक्टर बनाकर सरकार ने उन पर भरोसा जताया है। राजधानी में अवनीश शरण की वापसी कर उन्हें नगर निवेश और गृह निर्माण मंडल जैसे महत्वपूर्ण विभाग सौंपे गए हैं, जबकि कुणाल दुदावत को कोंडागांव से दंतेवाड़ा जैसे चुनौतीपूर्ण जिले में पदस्थ किया गया है।
फाइव स्टार होटल में समारोह पड़ा महंगा, जेपी पाठक हटाए गए
उच्च शिक्षा विभाग के सचिव प्रसन्ना आर. की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली रवाना होने से पहले रायपुर के एक फाइव स्टार होटल में उनके सम्मान में विदाई एवं नए सचिव भारती दासन के स्वागत समारोह की योजना बनाई गई थी। यह कार्यक्रम 21 अप्रैल को होना प्रस्तावित था, लेकिन जब इसकी जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय को हुई, तो तत्काल नाराजगी जताते हुए कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया। इसी के साथ शनिवार शाम जारी तबादला सूची में सबसे पहला नाम उच्च शिक्षा आयुक्त जनक प्रसाद पाठक का था, जिन्हें उनके पद से हटा दिया गया। उनकी जगह डॉ. संतोष कुमार देवांगन को आयुक्त उच्च शिक्षा नियुक्त किया गया है। यह निर्णय स्पष्ट रूप से संकेत देता है कि सरकार प्रोटोकॉल और व्यय नियंत्रण के मामले में गंभीर है।
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