अवैध खदान और उसमें होने वाले खनन के कारण आए दिन हादसे होते रहते हैं. बावजूद इसके, जिला प्रशासन और खनन कारोबारी उदासीन बने हुए हैं. ताजा मामला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मैहर (Maihar) जिले का है. रविवार की दोपहर रामनगर थाना क्षेत्र में अवैध खदान (Illegal Mining) ने एक मासूम बच्चे की जान ले ली. घर से ट्यूशन के लिए निकला छात्र पढ़ाई के बाद दोस्तों के साथ नहाने के लिए खदान पहुंच गया, जहां डूबने से उसकी मौत (Death in Mine) हो गई. मृतक की पहचान अंकुश विश्वकर्मा (13 वर्ष) के तौर पर की गई है.
एक साथ उतरे थे चार दोस्त
रामनगर थाना प्रभारी टीकाराम कुर्मी ने बताया कि ट्यूशन पढ़ने वाले चार दोस्त एक साथ नहाने गए थे. इसी दौरान अंकुश डूबने लगा. क्योंकि बच्चों की उम्र ज्यादा नहीं थी, लिहाजा वे बचाव के लिए कोई कोशिश नहीं कर पाए. उन्होंने बताया कि इस मामले में पंचनामा कार्रवाई के बाद बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है. वहीं, मामले की गहराई से जांच की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, हरदुआ जागीर में खनन माफियाओं ने खनन का कार्य कर भारी मात्रा में खनिज दोहन किया और खदानों को खुली छोड़कर वहां से निकल गए. बरसात के मौसम में काफी जल भराव होने से आसपास के लोग इन खदानों में नहाने जाते हैं. अवैध खनन के गड्ढों को नियमानुसार भरा जाना चाहिए था. लेकिन, प्रशासनिक तंत्र की उदासीनता के चलते खनन कारोबारी ने इस पर कोई भी गौर नहीं किया, जो अब स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है.