
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी में चर्चित अपराधी और करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष परदेशिया वीरेंद्र तोमर के भाई, हिस्ट्रीशीटर रोहित सिंह तोमर की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। पुरानी बस्ती थाने में रोहित तोमर के खिलाफ एक और प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है। शिकायतकर्ता करण सोनी ने पुलिस को बताया कि उन्होंने आरोपी से 10 लाख रुपये उधार लिए थे, जिसे समय पर चुका दिया गया था। इसके बावजूद रोहित तोमर ने धमकाकर उनसे 1 करोड़ 16 लाख रुपये वसूल लिए। पीड़ित ने डर के कारण पहले पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई थी, लेकिन अब उन्होंने हिम्मत जुटाकर कानूनी कार्रवाई का रास्ता चुना है।
करोड़ों की संपत्ति, ब्लैंक चेक और अवैध हथियार बरामद
इससे पहले पुलिस ने भाठागांव स्थित ‘साई विला’ में छापा मारते हुए परदेशिया वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के आवास से लाखों रुपये नकद, सोने-चांदी के आभूषण, लक्जरी वाहन, अवैध हथियार, जमीनों के दस्तावेज और नोट गिनने की मशीन जब्त की थी।
जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपियों ने जिन लोगों को ब्याज पर पैसा दिया, उनसे पहले ही साइन करवा कर ब्लैंक चेक रख लिए थे। पुलिस को ऐसे 30 ब्लैंक चेक मिले हैं जो विभिन्न लोगों के नाम से हैं। कुछ पीड़ितों के बयान थाने में दर्ज किए जा चुके हैं।
आपराधिक पृष्ठभूमि और लगातार जांच
पुलिस के अनुसार परदेशिया तोमर बंधुओं के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास सहित करीब 20 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। हाल ही में म्यूल अकाउंट और ठगी के मामले में कमल खट्टर की गिरफ्तारी के बाद जांच में तोमर बंधुओं का नाम सामने आया था, जिसके बाद उनके नाम पर रजिस्टर्ड 13 वाहन जब्त किए गए थे। फिलहाल दिव्यांश तोमर पुलिस की गिरफ्त में है, जबकि कुछ अन्य आरोपी अब भी फरार हैं। पुलिस ने सभी को नोटिस देकर पूछताछ के लिए तलब किया है।