छत्तीसगढ़-तेलंगाना हाईवे बंद, NH पर वाहनों की लगी लंबी कतार; गोदावरी नदी का बढ़ा जल स्तर
छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से नदी नाले उफान पर है और कई गांवों का संपर्क भी जिला मुख्यालय से टूट गया है, इसके अलावा नेशनल हाईवे में भी आवागमन प्रभावित हो गया है.
छत्तीसगढ़- तेलंगाना नेशनल हाईवे भी पूरी तरह से बाधित हो गया है, दरअसल छत्तीसगढ़ के कोंटा ब्लॉक में गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ जाने से नदी का पानी सड़क पर आ गया है और जिसके चलते अब यहां से वाहनों का गुजरना मुश्किल हो गया है.
सड़क पूरी तरह से डूब जाने के चलते तेलंगाना और छत्तीसगढ़ की ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई है, बताया जा रहा है कि धीरे-धीरे गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है, और अगर यही हालात रहे तो एक बार फिर कोंटा ब्लॉक के कई गांव डूब सकते हैं.
बस्तर संभाग के दो जिलों में हुई रिकॉर्ड तोड़ बारिश
दरअसल बस्तर संभाग के बीजापुर और सुकमा जिले में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हो रही है, लगातार मूसलाधार बारिश से एक तरफ जहां सुकमा जिले के कई गांव टापू में तब्दील हो गए हैं और नदी नाले उफान में होने के चलते आवागमन प्रभावित हो गया है
इसके साथ ही गोदावरी नदी भी अपने पूरे शबाब पर है, बताया जा रहा है कि लगातार गोदावरी नदी का जल स्तर बढ़ता ही जा रहा है, पिछले साल भी गोदावरी नदी में आये बाढ़ की वजह से कोंटा ब्लॉक के कई गांव डूब गए थे और कुछ लोगों की जान भी चली गई थी.
नेशनल हाईवे का मार्ग पूरी तरह से हो गया है बंद
एसडीआरएफ की टीम ने कई ग्रामीणों का सुरक्षित रेस्क्यू किया था, जिन्हें राहत शिविर में रखा गया था, इस बार भी ऐसे ही हालात पैदा हो रहे हैं, जिस तरह से गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ता ही जा रहा है, इससे तेलंगाना और छत्तीसगढ़ नेशनल हाईवे का मार्ग भी पूरी तरह से बंद हो गया है, जिस वजह से छत्तीसगढ़ और तेलंगाना की तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई है, हालांकि सभी वाहन चालक सड़कों से पानी उतरने का इंतजार कर रहे हैं.
बताया जा रहा है कि हर घंटे गोदावरी नदी का जलस्तर बढ़ रहा है, जिसके चलते बाढ़ की संभावना बनी हुई है ,इधर जिला प्रशासन ने एसडीआरएफ और बाढ़ आपदा प्रबंधन को पूरी तरह से अलर्ट कर दिया है.
बीजापुर में भी बारिश ने मचाई जमकर तबाही
सुकमा जिले के साथ-साथ बीजापुर जिले में भी बारिश ने जमकर तबाही मचाई है, यहां भी जगदलपुर -बीजापुर मार्ग भारी बारिश की वजह से बंद हो गया है, कई नदी -नाले पूरी तरह से तूफान पर है, हालांकि कई जगहों पर लोग अपनी जान जोखिम में डालकर इन उफनते नदी नाले और पुल- पुलियों को पार कर रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा परेशानी ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को उठानी पड़ रही है जहां नदी नालों का जल स्तर बढ़ जाने की वजह से उनके गांव टापू में तब्दील हो गए हैं, ऐसे में वे शहरी इलाके से पूरी तरह से कट गए है.