कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर काम-काज की समीक्षा की
शैक्षणिक कार्यों के लिए विद्यार्थियों को शीघ्रता से जाति, निवास एवं आय प्रमाण पत्र जारी करें-कलेक्टर
कवर्धा,। कलेक्टर जनमेजय महोबे ने बुधवार को जिला कार्यालय के सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की बैठक ली। कलेक्टर श्री महोबे ने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि नए शैक्षणिक सत्र की शुरूआत होनी वाली हैं। विद्यार्थियों को प्रवेश सहित अन्य शैक्षणिक कार्या के लिए जाति-निवास एवं आय प्रमाण पत्रों की आवश्यकता होती है। जिले के किसी भी विद्यार्थियों को शैक्षणिक गतिविधियों को लिए जाति-निवास एवं आय प्रमाण पत्रों के लिए अनावश्यक ना भड़कना पडे, यह सुनिश्चित कर लें। इसके लिए सभी राजस्व अधिकारी एक अभियान चलाकर विद्यार्थियों का जाति-निवास सहित अन्य प्रामाण पत्र प्राथमिकता में जारी करें।
कलेक्टर श्री महोबे ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में तहसीलवार लंबित प्रकरणों की समीक्षा की। कलेक्टर ने सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों को माह में एक बार तहसीलस्तर पर राजस्व काम-काम एवं लंबित प्रकरणों की समीक्षा कर लंबित प्रकरणों को शीघ्रता से निराकरण कराने के निर्देश दिए। उन्होने बैठक में राजस्व विभाग के काम-काज सहित आश्रम-छात्रावास, शैक्षणिक संस्थान स्कूल, आंगनबाड़ी संस्थानों को भी समय-समय पर निरीक्षण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री महोबे ने तहसीलवार समय सीमा के उपर लंबित सभी राजस्व प्रकरणां की गहन समीक्षा करते हुए शीघ्रता से निराकरण करने के सख्त निर्देश दिए। उन्होने नामांतरण, सीमांकन, बंटवारा, अविवादित प्रकरण,भू-अर्जन सहित सभी राजस्व प्रकरणांं की समीक्षा करते हुए कहा कि किसी भी तहसील में अपंजीकृत प्रकरण नहीं होनी चाहिए। राजस्व से जुड़े सभी प्रकरणों को पंजीयन करें और निर्धारित तिथियों के भीतर प्राथमिकता में निराकरण की कार्यवाही करें। कलेक्टर ने सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि वे अपने अनुविभाग क्षेत्र के तहसील, उप तहसील, और राजस्व सर्किल कार्यालयों को भी निरीक्षण करें और एक नियमित अंतराल में अधिकारियों की बैठक लेकर राजस्व प्रकरणों सहित अन्य काम-काज की समीक्षा करें। बैठक में अपर कलेक्टर श्री अविनाश भोई संयुक्त कलेक्टर डॉ मोनिका कौडो, पंडरिया एसडीएम श्री संदीप ठाकुर, कवर्धा एसडीएम श्री अनुपम टोप्पों, सहसपुर लोहारा एसडीएम सुश्री आकांक्षा नायक सहित समस्त राजस्व अधिकारी एवं नायब तहसीलदार उपस्थित थे।
कलेक्टर ने जन शिकायतों से प्राप्त, शिकायतों, मांगों और समस्याओं से जुड़ी राजस्व जन शिकायतों को तहसीलवार गहन समीक्षा की। उन्होने कहा कि राजस्व से जु़ड़ी छोटी-छोटी समस्याएं और शिकायतों को नियमित रूप से ग्रामीणजन आवेदन लेकर आ रहे है, जबकि उनके इस शिकायतों का निराकरण स्थानीय स्तर पर ही संभव है, लेकिन इस तरह के आवेदन जिला कार्यालय में पहुंचकर आम ग्रामीण जन परेशान हो रहे है, यह उचित नहीं है। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित करते कहा कि सभी मैदानी अमले राजस्व निरीक्षण, पटवारियों को नियमित रूप से अपने मुख्यालय में रहना सुनिश्चित करे और राजस्व से जुड़ी इन सभी जनशिकायतों को शीघ्रता से दूर करने के सख्त निर्देश दिए। कलेक्टर ने जल संसाधन, सड़क निर्माण से संबधित लंबित भू-अर्जन प्रकरणों की समीक्षा करते हुए शीघ्रता से निराकरण करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने आगामी शैक्षणिक सत्र को विशेष ध्यान में रखते हुए राजस्व अधिकारियों को एक अभियान चलाकर विद्यार्थियों को उनके शैक्षणिक कार्यों के लिए आवश्यक होने वाली आय-जाति-निवास प्रमाणपत्र के लिए वर्क प्लान बनाने के निर्देश दिए, ताकि शैक्षणिक कार्यों से कोई भी अभिभावक, माता-पिता और विद्यार्थीगण अनावश्यक परेशान ना रहें।