छत्तीसगढ़: रायपुर में ‘मनी हाईस्ट’ स्टाइल ड्रग्स रैकेट का पर्दाफाश, ‘प्रोफेसर’ के साथी सहित तीन गिरफ्तार, भारी मात्रा में MDMA ड्रग्स और हथियार बरामद

रायपुर। पुलिस ने बड़े एम.डी.एम.ए (MDMA) ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़ किया, जिसमें नेटफ्लिक्स की चर्चित वेब सीरीज “मनी हाईस्ट” के किरदारों के नामों का इस्तेमाल करने वाले अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। तीन आरोपियों में मुख्य सरगना का दायां हाथ शुभम सोनी भी शामिल है। आरोपियों से भारी मात्रा में ड्रग्स और हथियार बरामद किए गए हैं। इस रैकेट के मुख्य सरगना प्रोफेसर उर्फ आयूष अग्रवाल का दायां हाथ माने जाने वाले शुभम सोनी (27) को पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया। यह पूरी कार्रवाई निजात अभियान के तहत की गई, जिसमें शुभम सोनी के साथ दो अन्य आरोपी अभिषेक साहू (27) और लोकेश अग्रवाल (38) भी पकड़े गए हैं।
जब्त सामग्री
पुलिस ने इस कार्रवाई में आरोपियों के पास से भारी मात्रा में नशीला पदार्थ और हथियार बरामद किए। इनमें शामिल हैं:
- 4 पैकेट चरस
- 98 नग एम.डी.एम.ए टैबलेट
- 1 पिस्टल मय मैग्जीन
- 1 इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीन
- 100 खाली कैप्सूल
- 6 लाख रुपये नकद
मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी
शुभम सोनी, जो दुर्गापारा संतोषी नगर का निवासी है, को रायपुर के कमल विहार सेक्टर-04 में पुलिस ने ग्राहक बनकर भेजे गए टीम के सदस्यों की मदद से रंगे हाथों पकड़ा। पुलिस ने उसके कब्जे से ड्रग्स और अन्य सामग्री जब्त की। शुभम पहले से ही आयूष अग्रवाल के साथ मिलकर इस ड्रग्स रैकेट को चला रहा था। आयूष की गिरफ्तारी के बाद शुभम ने अभिषेक साहू के साथ मिलकर इस कारोबार को जारी रखा।
ड्रग्स नेटवर्क की जड़ें
पुलिस जांच में पता चला है कि यह गिरोह हिमाचल प्रदेश से ड्रग्स की सप्लाई करता था और रायपुर में उसे बेचता था। शुभम और अभिषेक साहू, जो नेहरूनगर के पुलिस लाइन के सामने का निवासी है, इस पूरे नेटवर्क को चला रहे थे। पुलिस ने बताया कि यह रैकेट पहले से ही सक्रिय था और अब भी इसके अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।
आगे की जांच
रायपुर पुलिस फिलहाल आरोपियों से पूछताछ कर रही है और रैकेट से जुड़े अन्य अपराधियों की तलाश जारी है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि आरोपियों का नेटवर्क कहां तक फैला हुआ था और इसमें और कौन-कौन लोग शामिल हैं।