
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम के तहत दो ईनामी नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है। इन नक्सलियों पर 8-8 लाख रुपये का इनाम था। सुकमा पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में मड़कम मुया और मड़कम सन्ना शामिल हैं।
मड़कम मुया, जो कि पीएलजीए बटालियन नं. 01 के कंपनी नंबर 02 प्लाटून नंबर 02 सेक्शन ‘‘बी’’ का सदस्य है, ने आत्मसमर्पण किया है। उनकी उम्र लगभग 22 वर्ष है और वे एलाड़मड़गू थाना भेज्जी के निवासी हैं। मड़कम मुया ने 2020 से 2024 तक विभिन्न नक्सली गतिविधियों में भाग लिया, जिसमें पुलिस-नक्सली मुठभेड़ की घटनाएं शामिल हैं। उन्होंने बीजीएल लांचर जैसे हथियार का भी इस्तेमाल किया।
दूसरे आत्मसमर्पित नक्सली मड़कम सन्ना हैं, जो कि पीएलजीए बटालियन नंबर 01 के कंपनी नंबर 01, प्लाटून नंबर 03 सेक्शन ‘‘बी’’ का सदस्य/पीपीसीएम है। उनकी उम्र लगभग 35 वर्ष है और वे दुरनदरभा, कुरसम पारा के निवासी हैं। मड़कम सन्ना ने 2009 से 2024 तक नक्सली गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभाई। उन्होंने एसएलआर जैसे हथियार का उपयोग किया और कई महत्वपूर्ण घटनाओं में शामिल रहे।
सुकमा पुलिस के अनुसार, छत्तीसगढ़ शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन एवं पुनर्वास नीति’’ और सुकमा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ‘‘नियद नेल्ला नार’’ योजना से प्रभावित होकर और नक्सलियों के शोषण एवं हिंसा से तंग आकर इन नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पण के दौरान ये दोनों नक्सली बिना हथियार के थे।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय सुकमा में नीरज कुमार सिंह, द्वितीय कमान अधिकारी 219 वाहिनी सीआरपीएफ, परमेश्वर तिलकवार, पुलिस अनुविभागीय अधिकारी सुकमा और निरीक्षक शिवानंद तिवारी थाना प्रभारी सुकमा के समक्ष आत्मसमर्पण किया गया।