कवर्धा। प्रदेश में नई सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मंशानुरूप कबीरधाम जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं का तेजी से सुधार एवं विस्तार हो रहा है। जिले में महज पांच माह के भीतर ही सुरक्षित मातृत्व आश्वसन योजना के तहत जिले के 723 गर्भवती माताओं को निःशुल्क सोनोग्राफी का लाभ दिया गया है। जिले के जिला अस्पताल कवर्धा और जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पंडरिया में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार हुआ है साथ ही विशेषज्ञ चिकित्सकों की पदस्थापना राज्य शासन द्वारा की गई है। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा द्वारा भी जिले में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार तथा जरूरतमंद लोगों को सोनोग्राफी सुविधाओं का लाभ मिल सके इसके लिए जिला प्रशासन स्तर पर लगातार प्रयास किया जा रहा है।
जिले में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा महिलाओं और ग्रामीणों की मांग पर जिले के सूदूर वनांचल क्षेत्र झलमला में मैगा कैंप लगाकर भी वनांचल क्षेत्र में निवासरत गर्भवती माताओं को विशेष स्वास्थ्य परीक्षण कर सोनोग्राफी की सुविधाएं मुहैया कराई गई। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा के अनुरोध पर जिले में विशेषज्ञ चिकित्सकों की पदस्थापना की गई है।कबीरधाम जिले की अधिकांश जनसंख्या ग्रामीण दूरस्थ क्षेत्रों में निवास करती है। जिनमें विशेषकर विकासखण्ड पण्डरिया और बोड़ला अंतर्गत विशेष संरक्षित बैगा जनजाति निवासरत है।
कई वर्षो से यह जनजाति सूचीबद्ध तथा गैर सूचीबद्ध कठिनतम् पंहुचविहिन एवं जंगली क्षेत्रों में निवास करते है। इन क्षेत्रों के हितग्राहियों के लिए सोनोग्राफी की सुविधा अब उपलब्ध है। गर्भवती महिलाओं विशेषकर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी अतिआवश्यक है। जिला अस्पताल कवर्धा और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पण्डरिया में गर्भवती महिलाओं के लिए सोनोग्राफी की सुविधा निःशुल्क दी जा रही है।इसी कड़ी में सुरक्षित मातृत्व आश्वासन योजना के अंतर्गत जिला चिकित्सालय कवर्धा में माह अप्रैल 2024 से अगस्त 2024 तक 723 लाभार्थियों को सोनोग्राफी निःशुल्क सुविधा का लाभ मिला है।
जिला चिकित्सालय में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत पदस्थ डॉ. वी. गोपाल कृष्णा (रेडियोलॉजिस्ट) पदस्थ होने से माह अगस्त में 336 सोनोग्राफी की गई है। इनके पूर्व डॉ. केशव ध्रुव (सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक) द्वारा सोनोग्राफी किया जा रहा था। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पण्डरिया में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत पदस्थ डॉ. आर.के. चन्द्रवंशी द्वारा मई 2024 से अगस्त 2024 तक 289 हितग्राहियों की सोनोग्राफी किया गया है। शासकीय संस्थानों में सोनोग्राफी की सुविधा प्रारंभ होने से मातृ-मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने तथा उच्च जोखिम गर्भवती एवं गर्भस्थ शिशु में जन्मजात विकृति की पहचान करने में कारगर साबित हो रही है, ताकि संबंधित मरीजों को समय पर उपचार प्रदान की जा रही है।
जिला अस्पताल कवर्धा एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पण्डरिया में सोनोग्राफी की सुविधा होने से दूरस्थ अंचल में रहने वाले गर्भवती महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधा में बड़ी राहत है। इसमें मातृ-मृत्यु दर एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी, साथ ही साथ समय एवं आर्थिक हानि से भी उनको बचाया जा रहा है। दूरस्थ क्षेत्रों के स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रत्येक माह के 9 तारीख को या अवकाश होने की स्थिति में अन्य दिवस में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान आयोजित किया जाता है, जिसमें स्त्रीरोग विशेषज्ञ, महिला चिकित्सक या महिला आर.एम.ए. की ड्यूटी लगाई जाती है, जिसमें उच्च जोखिम वाले गर्भवती महिलाओं की पहचान की जाती है एवं इन्ही में से ऐसे गर्भवती महिलाओं को चुना जाता है, जिन्हें सोनोग्राफी की आवश्यकता होती है। इन गर्भवती महिलाओं को 102 की सहायता से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पण्डरिया व जिला चिकित्सालय में सोनोग्राफी के लिए निश्चित दिवस व समय पर भेजा जाता है।