अमरकंटक में कांवड़ यात्रियों को बड़ी सौगात: छत्तीसगढ़ को मिली 5 एकड़ भूमि, बनेगा सर्वसुविधा युक्त श्रद्धालु भवन


कवर्धा। सावन मास में अमरकंटक जाने वाले छत्तीसगढ़ के हजारों कांवड़ यात्रियों को अब ठहरने और अन्य जरूरी सुविधाओं के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने ऐतिहासिक पहल करते हुए मध्यप्रदेश के अमरकंटक में 5 एकड़ भूमि प्राप्त की है। इस भूमि पर सर्वसुविधा युक्त श्रद्धालु भवन का निर्माण कराया जाएगा।
ठहरने से लेकर चिकित्सा तक की सुविधा होगी उपलब्ध
यह भवन केवल एक रुकने की जगह नहीं होगा, बल्कि इसमें श्रद्धालुओं के लिए ठहरने, भोजन, स्नान, शौचालय, चिकित्सा, पार्किंग जैसी सुविधाएं भी होंगी। इतना ही नहीं, इसमें एक सांस्कृतिक केंद्र भी स्थापित किया जाएगा, जिसमें छत्तीसगढ़ की लोक संस्कृति, परंपराएं और धार्मिक पहचान को प्रदर्शित किया जाएगा।
भूमि आवंटन आदेश जारी, निर्माण जल्द होगा प्रारंभ
मध्यप्रदेश के अनुपपुर जिले के कलेक्टर द्वारा भूमि आवंटन का आदेश जारी कर दिया गया है और इसे कबीरधाम के कलेक्टर गोपाल वर्मा को प्रेषित भी किया गया है। श्री वर्मा के निर्देश पर भूमि आवंटन की सार्वजनिक सूचना जारी कर दी गई है। निर्माण कार्य की शुरुआत हेतु भूमिपूजन कार्यक्रम भी जल्द आयोजित किया जाएगा।
श्रद्धालुओं की वर्षों पुरानी मांग हुई पूरी
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने जानकारी दी कि हर वर्ष हजारों श्रद्धालु अमरकंटक पहुंचते हैं, लेकिन बुनियादी सुविधाओं के अभाव में उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ता था। उन्होंने बताया कि यह भवन श्रद्धालुओं को सम्मानजनक, सुरक्षित और सुविधाजनक वातावरण उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्रियों की पहल बनी दो राज्यों के बीच सांस्कृतिक समरसता का प्रतीक
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री साय और उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने इस प्रस्ताव को न केवल सहर्ष स्वीकारा, बल्कि प्रशासनिक प्रक्रियाओं को भी तेजी से पूरा कराया। यह दोनों राज्यों के बीच सांस्कृतिक सहयोग और सद्भाव का उत्कृष्ट उदाहरण है।
धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
यह श्रद्धालु भवन आने वाले समय में अमरकंटक में धार्मिक पर्यटन के एक स्थायी केंद्र के रूप में स्थापित होगा। इससे छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश के बीच न केवल धार्मिक बल्कि सांस्कृतिक संबंधों को भी एक नया आयाम मिलेगा।
सरकार का संकल्प – श्रद्धालुओं को सम्मान और सुविधा
छत्तीसगढ़ सरकार का स्पष्ट उद्देश्य है कि हर श्रद्धालु को यात्रा के दौरान पूरा सम्मान और सभी आवश्यक सुविधाएं मिलें। यह भवन उसी सोच और समर्पण का प्रतीक है।