छत्तीसगढ़

पूर्व मुख्यमंत्री ने बताई 18 में चुनाव हारने की वजह:बोले-किसानों को अंतिम 2 साल में बोनस नहीं दे पाए, इसलिए आज विपक्ष में हैं, आगे बेहतर करेंगे

पूर्व मुख्यमंत्री ने बताई
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पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने 2018 में चुनाव में हारने की वजह बताई। उन्होंने स्वीकारा कि ​आखिरी के दो साल हम धान का बोनस नहीं दे पाए थे, यही वजह है कि आज हम विपक्ष में हैं। जनता एक बार फिर मौका देगी तो आगे सब ठीक कर लेंगे। डॉ. रमन मंगलवार को दैनिक भास्कर कार्यालय में आयोजित नेताजी न्यूज रूम कार्यक्रम में शामिल हुए।

इस कार्यक्रम में पांचों संभाग से 10 पाठकों ने उनसे सीधे सवाल किए। उन्होंने मुखर होकर हर सवाल का जवाब दिया। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा ने कभी पूर्ण शराबबंदी का वादा किया ही नहीं था। हम हमेशा आंशिक शराबबंदी के पक्षधर रहे हैं। सीएम फेस होने पर वे बोले- मैं कभी सीएम का चेहरा नहीं रहा, हमेशा विधायक दल ही नेता तय करता है। बता दें कि नेताजी न्यूज रूम के लिए पूरे प्रदेश से सवाल मंगाए गए थे, इसमें 1832 सवाल आए, जिसमें से 10 पाठकों का चयन किया गया।

प्रगति तिवारी, बिलासपुर

पुलिस परिवार आंदोलन पर आप की सरकार सख्त थी, ऐसा क्यों?

रमन: पुलिस परिवार को बुलाकर जानकारी दी गई कि छोटे कर्मचारियों के लिए 600 करोड़ की लागत से 50 हजार मकान बनाए जा रहे हैं। 70 हजार पुलिस कर्मियों की भर्ती की जा रही है। कई योजनाएं शुरू की थीं। यह जरूर है कि कुछ कड़े कदम उठाने पड़े थे।

राहुल अग्रवाल, दुर्ग

बीजेपी ने हारने वालों पर भरोसा किया। क्या विकल्प नहीं हैं?

रमन: 85 उम्मीदवार फाइनल हो चुके हैं। इस लिस्ट में शामिल आधे से ज्यादा यानी 40-41 उम्मीदवार पहली बार मैदान में हैं। 16 महिलाओं को मौका दिया। सरपंच, जिला पंचायत सदस्य और गांव का ठेठ किसान चुनाव लड़ रहा है। हर समाज को मौका दिया गया।

सतीश उपाध्याय, सरगुजा

बीजेपी की सरकार बनी तो क्या आप सीएम कैंडीडेट होंगे?

रमन: भाजपा में सीएम कौन होगा, इसके चयन की प्रक्रिया है। भाजपा किसी का चेहरा सामने रखकर नहीं लड़ती। डा. रमन का चेहरा न कभी सामने था, न रहेगा। पार्टी विधायक दल की बैठक में आम सहमति से चयन होता है। इस बैठक का इंतजार करना होगा।

उपेंद्र कुमार, बस्तर

आपकी सरकार ने छत्तीसगढ़वाद को प्रमोट नहीं किया। वजह क्या?

रमन: छत्तीसगढ़ी बोली को भाषा का दर्जा दिया। कामकाज की भाषा में लाने का काम किया। गिल्ली-डंडा, भौंरा खेलना छत्तीसगढ़ियावाद​ नहीं होता। कांग्रेस ने राज्यसभा के लिए किसी छत्तीसगढ़िया को नहीं चुना। यूपी, बिहार और एक पंजाब से लोगों को भेजा गया।

आकाश मित्तल, रायपुर

शराब एक बहुत बड़े मुद्दों में से है। क्या बीजेपी शराबबंदी करेगी?

रमन: वर्तमान सरकार झूठे वादे के आधार पर सत्ता में बैठी है। गंगाजल और गीता पर हाथ रखकर कसम खाई थी। पूर्ण शराब बंदी तो नहीं हुई, लेकिन घर-घर पहुंचकर बांटने का काम जरूर कर रहे हैं। हमने पहले भी कहा था कि हम आंशिक शराबबंदी करेंगे।

News Desk

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