MOTN सर्वे अगस्त 2025: देश का मूड, कौन है जनता का चहेता मुख्यमंत्री? यहां देखिए राज्यवार पूरी लिस्ट
हिमंता बिस्वा सरमा सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़ के विष्णु देव साय और झारखंड के हेमंत सोरेन दूसरे पायदान पर


नई दिल्ली | इंडिया टुडे–C Voter का मूड ऑफ द नेशन (MOTN) सर्वे अगस्त 2025 जारी हो चुका है। यह सर्वे एक बार फिर भारतीय राजनीति में बदलते समीकरणों की तस्वीर सामने लाता है। नतीजे बताते हैं कि जनता अब केवल भाषणों या नारों से प्रभावित नहीं होती, बल्कि शासन की दक्षता और विकास की दिशा ही उनकी प्राथमिकता बन चुकी है।
हिमंता बिस्वा सरमा: लगातार नंबर वन, लेकिन गिरावट का संकेत
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा लगातार दूसरे कार्यकाल में भी सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बने हुए हैं। उन्हें 44.6 प्रतिशत समर्थन मिला है। हालांकि, यह फरवरी 2025 के 55 प्रतिशत से लगभग 10 अंक कम है। विश्लेषकों का मानना है कि यह गिरावट चुनावी थकान और असंतोष का नतीजा हो सकती है। बावजूद इसके, वे अभी भी राष्ट्रीय स्तर पर सबसे आगे हैं।
छत्तीसगढ़ और झारखंड से नया उभार
इस बार का सबसे बड़ा सरप्राइज छत्तीसगढ़ और झारखंड से आया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और हेमंत सोरेन 41.9 प्रतिशत समर्थन के साथ संयुक्त रूप से दूसरे स्थान पर रहे। खासकर साय की लोकप्रियता फरवरी के 39 प्रतिशत से उछलकर लगभग तीन प्रतिशत बढ़ी है। उनके सुशासन तिहार 2025 अभियान, डिजिटल प्रशासन और शिकायत निवारण की पारदर्शी व्यवस्था को इस सफलता का आधार माना जा रहा है।
यूपी और गुजरात: विपरीत तस्वीर
उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी लोकप्रियता को बढ़ाते हुए 40.4 प्रतिशत तक पहुंचाया। फरवरी में उनका आंकड़ा 37 प्रतिशत था। यह उभार बताता है कि देश के सबसे बड़े राज्य में उनका राजनीतिक प्रभाव अब भी बरकरार है।
इसके उलट गुजरात में भूपेंद्र पटेल की लोकप्रियता तेजी से गिरी है। फरवरी में 54 प्रतिशत से घटकर अब यह 40.7 प्रतिशत रह गई है। गुजरात जैसे अहम राज्य में यह गिरावट भाजपा के लिए चिंता का विषय मानी जा रही है।
नायडू और ममता की मुश्किलें, मान की छलांग
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की लोकप्रियता 47 प्रतिशत से घटकर 38.1 प्रतिशत रह गई है। वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए स्थिति और भी चुनौतीपूर्ण हो गई है। फरवरी में उनका स्कोर 46 प्रतिशत था, लेकिन अगस्त में यह घटकर केवल 30.1 प्रतिशत पर आ गया।
इसके उलट, पंजाब में भगवंत मान ने अप्रत्याशित छलांग लगाई है। फरवरी में महज 17 प्रतिशत समर्थन से वे अगस्त में 29.9 प्रतिशत तक पहुंच गए। यह उभार उन्हें पंजाब की राजनीति में नए आत्मविश्वास के साथ खड़ा करता है।
अन्य राज्यों की तस्वीर
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी की लोकप्रियता फरवरी के 39 प्रतिशत से घटकर 34.2 प्रतिशत रह गई है। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मामूली सुधार दिखाया है। उनका स्कोर 38 प्रतिशत से बढ़कर 39.2 प्रतिशत हुआ है।
मुख्यमंत्री | राज्य | अगस्त 2025 | फरवरी 2025 |
---|---|---|---|
हिमंता बिस्वा सरमा | असम | 44.6% | 55% |
विष्णु देव साय | छत्तीसगढ़ | 41.9% | 39% |
हेमंत सोरेन | झारखंड | 41.9% | 31% |
भूपेंद्र पटेल | गुजरात | 40.7% | 54% |
योगी आदित्यनाथ | उत्तर प्रदेश | 40.4% | 37% |
मोहन यादव | मध्य प्रदेश | 39.2% | 38% |
चंद्रबाबू नायडू | आंध्र प्रदेश | 38.1% | 47% |
मोहन चरण मांझी | ओडिशा | 34.2% | 39% |
ममता बनर्जी | पश्चिम बंगाल | 30.1% | 46% |
भगवंत मान | पंजाब | 29.9% | 17% |
जनता का पैमाना: कामकाज और प्रशासन
MOTN सर्वे अगस्त 2025 यह साफ कर देता है कि भारतीय मतदाता अब मुख्यमंत्रियों का आकलन केवल नारों या चुनावी वादों पर नहीं करते। जनता उन नेताओं को महत्व देती है, जो सुशासन, पारदर्शिता और विकास का ठोस मॉडल पेश करते हैं।
असम के हिमंता बिस्वा सरमा अब भी सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री बने हुए हैं, लेकिन उनकी घटती रेटिंग चेतावनी का संकेत है। दूसरी ओर छत्तीसगढ़ के विष्णु देव साय और झारखंड के हेमंत सोरेन जैसे नेता राष्ट्रीय राजनीति में मजबूत विकल्प के रूप में उभर रहे हैं। वहीं योगी आदित्यनाथ की बढ़ती लोकप्रियता और भगवंत मान का अप्रत्याशित उभार आने वाले वर्षों में भारतीय राजनीति की दिशा तय कर सकता है।