विधानसभा में पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने श्रमिक पंजीयन, ठेकेदारों और जल जीवन मिशन पर उठाए सवाल

रायपुर। पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने विधानसभा सत्र के दौरान श्रमिकों के पंजीयन और प्रशिक्षण, निजी उद्योगों में बिना लाइसेंस कार्यरत ठेकेदारों और जल जीवन मिशन से जुड़े अहम मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने सरकार से पूछा कि कबीरधाम जिले में श्रमिकों का पंजीयन, उन्हें मिलने वाले लाभ और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की स्थिति क्या है।
कबीरधाम जिले में श्रमिक पंजीयन और सरकारी योजनाओं का लाभ
विधायक भावना बोहरा ने सरकार से पूछा कि 15 फरवरी 2025 तक कबीरधाम जिले में कितने श्रमिकों का पंजीयन किया गया है और कितने श्रमिकों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिला है? इस पर वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री लखन लाल देवांगन ने जानकारी दी कि वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 17,216 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 13,868 श्रमिकों का पंजीयन किया गया, जबकि 3,348 आवेदन निरस्त कर दिए गए।
उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ असंगठित कर्मकार राज्य सामाजिक सुरक्षा मंडल में 433 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 370 का पंजीयन हुआ और 63 आवेदन अस्वीकृत कर दिए गए। वहीं, श्रम कल्याण मंडल में संगठित क्षेत्र के 232 श्रमिक पंजीकृत हुए।
सरकारी योजनाओं के तहत मुख्यमंत्री नौनिहाल छात्रवृत्ति योजना से 706, मुख्यमंत्री नोनी बाबू मेधावी शिक्षा सहायता योजना से 5, निशुल्क गणवेश एवं पुस्तक-कॉपी सहायता योजना से 28, मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक निशुल्क कार्ड योजना से 13,868, असंगठित कर्मकार छात्रवृत्ति योजना से 2 और शैक्षणिक छात्रवृत्ति योजना से 66 श्रमिक लाभान्वित हुए हैं।
मंत्री ने बताया कि श्रमिकों के प्रशिक्षण के लिए किसी भी मंडल को कोई विशेष राशि आवंटित नहीं की गई है, इसलिए इस मद में कोई व्यय दर्ज नहीं किया गया।
बिना लाइसेंस कार्यरत ठेकेदारों का मुद्दा उठा
भावना बोहरा ने रायपुर जिले के उरला, गुमा और सरोरा में संचालित इस्पात उद्योगों में बिना लाइसेंस एवं अवधि समाप्त होने के बावजूद कार्यरत ठेकेदारों के संबंध में सवाल किया। उन्होंने गणपति इस्पात प्रा. लि., नवदुर्गा इस्पात प्रा. लि., श्री लक्ष्मीनारायण रियल इस्पात प्रा. लि. और कृष्णा आयरन स्ट्रिप्स एंड ट्यूब्स प्रा. लि. में कार्यरत ठेका फर्मों और श्रमिकों की जानकारी मांगी।
इसके जवाब में मंत्री लखन लाल देवांगन ने बताया कि गणपति इस्पात प्रा. लि. में तीन ठेकेदार बिना लाइसेंस के कार्यरत हैं, जिनके अधीन 150 श्रमिक कार्यरत हैं। वहीं, सरोरा स्थित कृष्णा आयरन स्ट्रिप्स एंड ट्यूब्स प्रा. लि. में बिना लाइसेंस कार्यरत दो ठेकेदारों के अंतर्गत 40 श्रमिक काम कर रहे हैं। अन्य उद्योगों में इस संबंध में जानकारी नहीं दी गई।
जल जीवन मिशन पर बड़ा सवाल
विधायक भावना बोहरा ने नगर पंचायत पांडातराई में जल जीवन मिशन के तहत घरों तक पाइपलाइन बिछाने और जल वितरण की स्थिति पर सवाल किया। उन्होंने पूछा कि किन वार्डों में जलापूर्ति की जा रही है और इस पर कितना खर्च हुआ है?
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने लिखित जवाब में बताया कि जल जीवन मिशन ग्रामीण अंचल की योजना है और नगर पंचायत पांडातराई में इसके तहत किसी भी प्रकार का पाइपलाइन विस्तार या बिछाव का कार्य नहीं किया जा रहा है।
भावना बोहरा ने यह भी पूछा कि कबीरधाम जिले के कितने उद्योगों को ट्यूबवेल के जरिए भूजल दोहन की अनुमति दी गई है? इस पर उप मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि जल संसाधन विभाग द्वारा किसी भी उद्योग को ट्यूबवेल से भूजल दोहन की अनुमति नहीं दी गई है।
विधायक बोहरा ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
विधानसभा में उठाए गए इन सवालों के जरिए विधायक भावना बोहरा ने श्रमिक कल्याण, उद्योगों में ठेकेदारी व्यवस्था और जल संसाधनों के अंधाधुंध दोहन जैसे जनहित के मुद्दों को प्रमुखता से रखा। उन्होंने सरकार से इन मामलों में सख्ती बरतने और नियमानुसार कार्रवाई करने की मांग की।