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सावन के दूसरे सोमवार को पंडरिया विधायक भावना बोहरा करेंगी अमरकंटक से भोरमदेव तक 151 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा

रणवीरपुर में झंडा पूजा कर भावना बोहरा ने की कांवड़ यात्रा की शुरुआत, प्रदेश की समृद्धि का लिया संकल्प

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कवर्धा। सावन मास की आध्यात्मिक ऊर्जा और भगवान शिव के प्रति अपार श्रद्धा के साथ पंडरिया विधानसभा की विधायक भावना बोहरा इस वर्ष एक विशेष कांवड़ यात्रा पर निकलने जा रही हैं। यह यात्रा न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि छत्तीसगढ़ की जनता की सुख-शांति, समृद्धि और सांस्कृतिक चेतना के लिए किया गया एक संकल्प है। विधायक बोहरा 21 जुलाई, सोमवार को अमरकंटक के माँ नर्मदा मंदिर से पवित्र जल लेकर 151 किलोमीटर की पदयात्रा प्रारंभ करेंगी, जो भोरमदेव मंदिर में भगवान शिव के जलाभिषेक के साथ सम्पन्न होगी।

जनसेवा और शिवभक्ति का संयोजन

विधायक भावना बोहरा की यह पदयात्रा धार्मिक आस्था और सामाजिक संकल्प का एक अद्वितीय उदाहरण है। अमरकंटक स्थित माँ नर्मदा मंदिर से जल लेकर वे भगवान भोलेनाथ के प्रसिद्ध धाम डोंगरिया महादेव और फिर भोरमदेव मंदिर तक यात्रा करेंगी। यह पदयात्रा कबीरधाम जिले के विभिन्न गांवों और धार्मिक स्थलों से गुजरते हुए सम्पन्न होगी। विधायक बोहरा ने स्पष्ट किया कि यह केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि प्रदेशवासियों की समृद्धि, स्वास्थ्य और शांति की कामना से जुड़ा प्रयास है।

पहली महिला विधायक जो करेंगी इतनी लंबी पदयात्रा

छत्तीसगढ़ के राजनीतिक इतिहास में यह पहला अवसर होगा जब कोई महिला जनप्रतिनिधि 151 किलोमीटर की कांवड़ यात्रा करेगी। विधायक बोहरा के इस संकल्प को न सिर्फ धार्मिक श्रद्धा का प्रतीक माना जा रहा है, बल्कि यह सनातन संस्कृति को जीवित रखने और युवाओं को इससे जोड़ने का भी प्रयास है। उन्होंने बताया कि शिवभक्तों और कांवड़ यात्रियों की आस्था से प्रेरणा लेकर ही उन्होंने यह कठोर निर्णय लिया, जिसमें उनका लक्ष्य केवल अपने ईश्वर की आराधना नहीं, बल्कि प्रदेश की जनता के प्रति उत्तरदायित्व भी है।

यात्रा की पूर्व तैयारियाँ और मंदिरों में पूजा

कांवड़ यात्रा की शुरुआत से पूर्व भावना बोहरा ने कवर्धा स्थित महामाया मंदिर, बूढ़ा महादेव, खेड़ापति हनुमान मंदिर और शनिदेव मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश के जनजीवन में शांति और समृद्धि की कामना की। उन्होंने ग्राम रणवीरपुर में आयोजित झंडा पूजा में भी भाग लिया और माँ महामाया व श्री हनुमानजी के मंदिर में दर्शन कर इस कठिन यात्रा के लिए आशीर्वाद प्राप्त किया। विधायक बोहरा ने कहा कि यह यात्रा उनके लिए एक निजी आध्यात्मिक यात्रा तो है ही, साथ ही यह समूचे छत्तीसगढ़ के लिए सामूहिक मंगलकामना का प्रतीक भी है।

सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश से परिपूर्ण यात्रा

यह यात्रा केवल आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि यह जीवन मूल्यों, अनुशासन और सामाजिक समरसता का भी संदेश लेकर चल रही है। विधायक भावना बोहरा का मानना है कि कांवड़ यात्रा हमारे भीतर धैर्य, संयम, शुद्ध आचरण और आध्यात्मिक चेतना को जाग्रत करती है। यात्रा के दौरान शिवनाम का उच्चारण, सात्विक आहार, मौन साधना, और समूह में चलने की परंपरा न केवल धार्मिक एकता को बल देती है, बल्कि यह पर्यावरण प्रेम और स्वास्थ्य के प्रति भी सजग बनाती है।

जनता से सहभागिता की अपील

विधायक भावना बोहरा ने आमजन से आह्वान किया है कि वे इस पुनीत यात्रा में सहभागी बनें और 21 जुलाई को सुबह 7 बजे अमरकंटक में उपस्थित रहकर भगवा ध्वज दिखाकर इस ऐतिहासिक कांवड़ यात्रा को शुभारंभ कराएं। उन्होंने कहा कि यह यात्रा उनके लिए संकल्प है और जनता की सहभागिता इसे सिद्धि तक पहुंचाएगी। उनका यह भी कहना है कि यात्रा के दौरान हर कदम पर बोल बम के जयघोष उनके संकल्प को शक्ति देंगे।

विधायक भावना बोहरा ने विश्वास जताया कि माँ नर्मदा और भगवान भोलेनाथ के आशीर्वाद से यह यात्रा सफल होगी और प्रदेश की जनता को सुख-शांति प्राप्त होगी। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि एक विचार है, “सर्वे भवन्तु सुखिनः” की भावना को जीवंत करने का प्रयास है।

यात्रा मार्ग – श्रद्धा और आस्था की पवित्र धारा

विधायक भावना बोहरा की यह 151 किलोमीटर लंबी पदयात्रा अमरकंटक के माँ नर्मदा मंदिर से प्रारंभ होकर अनेक पवित्र और ग्रामीण स्थलों से गुजरते हुए भोरमदेव महादेव मंदिर तक पहुँचेगी। यात्रा की शुरुआत 21 जुलाई को सुबह 7 बजे माँ नर्मदा मंदिर परिसर से होगी, जहाँ जल भरकर वे नर्मदेश्वर महादेव की पूजा-अर्चना के पश्चात प्रस्थान करेंगी।

यात्रा के दौरान वे लहनी, खुड़िया, पंडरिया, और मोहतरा जैसे गांवों से होकर डोंगरिया महादेव मंदिर पहुँचेंगी, जहाँ शिवलिंग पर प्रथम जलाभिषेक किया जाएगा। इसके पश्चात यात्रा बोड़ला मार्ग से होकर आगे बढ़ेगी और अंत में भोरमदेव मंदिर परिसर में विधिवत पूजा-पाठ व जलाभिषेक के साथ समाप्त होगी।

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