सुरक्षाबलों की बड़ी कामयाबी: मुठभेड़ में वर्दीधारी नक्सली ढेर, SLR और हथियार बरामद

गरियाबंद, छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले में सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान के तहत एक बड़ी सफलता मिली है। शुक्रवार को शोभा थाना क्षेत्र के घने जंगलों में चल रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई, जिसमें एक वर्दीधारी नक्सली मारा गया। घटनास्थल से एक एसएलआर (SLR) रायफल सहित अन्य नक्सली सामग्री बरामद की गई है।
एसपी गरियाबंद ने मुठभेड़ की पुष्टि करते हुए बताया कि ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर अचानक फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक नक्सली ढेर हो गया, जबकि अन्य नक्सली जंगल की ओर फरार हो गए। फिलहाल क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया गया है और सुरक्षाबल पूरी सतर्कता के साथ मोर्चा संभाले हुए हैं।
बीजापुर में भी एक हार्डकोर नक्सली ढेर
इससे पहले 22 अप्रैल को बीजापुर जिले के बेदरे थाना क्षेत्र के केरपे-तोड़समपारा जंगल में भी सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में एक हार्डकोर नक्सली वेल्ला वाचम मारा गया, जो गुण्डीपुरी आरपीसी का मिलिशिया प्लाटून कमाण्डर था और उस पर 3 लाख रुपये का इनाम घोषित था। मौके से 315 बोर की राइफल, पोच, विस्फोटक और अन्य सामग्री बरामद की गई थी।
नक्सल विरोधी अभियान में लगातार सफलता
बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी. ने बताया कि वर्ष 2024 में नक्सल विरोधी अभियान को खासा बल मिला और यह वर्ष 2025 में भी प्रभावी ढंग से जारी है। सुरक्षाबलों ने अब तक कुल 125 हार्डकोर माओवादियों के शव बरामद किए हैं। वहीं, बीजापुर में ही 112 दिनों में 87 नक्सली मारे गए, 213 की गिरफ्तारी हुई और 179 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है।
बस्तर में शांति की ओर बढ़ते कदम
सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई से बस्तर संभाग में माओवादी प्रभाव में कमी आ रही है। सुरक्षाबल न केवल हथियारबंद नक्सलियों से मोर्चा ले रहे हैं, बल्कि आत्मसमर्पण करने वालों को पुनर्वास की दिशा में भी सहायता दे रहे हैं।