मोदी-मेलोनी की मुलाकात से साफ भारत-इटली के संबंध, जानें-दोनों के मिलने की मुख्य बातें
ब्राजिल में आयोजित हो रहे जी20 बैठक में पीएम मोदी और जियोर्जिया मेलोनी चर्चा का विषय बना हुआ है. दोनों की मुलाकात से भारत और इटली के बीच मजबूत संबंध साफ नजर आते हैं. दोनों ने दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता को एक बार फिर से दोहराई है.

G20 Brazil Meeting: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और उनकी इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) ने ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) के दौरान भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी महत्व को स्वीकार किया. प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि सोमवार को द्विपक्षीय बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने अपने सहयोग को मजबूत करने पर सहमति जताई. बयान के मुताबिक, दोनों नेताओं ने रोम-नई दिल्ली साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए एक ज्वाइंट स्ट्रेटेजिक एक्शन प्लान के साथ-साथ टाइम सेंसिटिव इनिशिएटिव की सीरीज की रूपरेखा तैयार की.
भारत-इटली के बीच साझेदारी बढ़ाने पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी की इतालवी समकक्ष जियोर्जिया मेलोनी के साथ हुई द्विपक्षीय बातचीत में कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच साझेदारी बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया. पीएम मोदी ने विस्तार से बताया, ‘रियो डी जेनेरियो जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से मिलकर मुझे खुशी हुई. हमारी बातचीत रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और टेक्नोलॉजी में संबंधों को मजबूत बनाने पर केंद्रित रही. हमने संस्कृति, शिक्षा और ऐसे अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के बारे में भी बात की. भारत-इटली की दोस्ती एक बेहतर दुनिया के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दे सकती है.’
जाहिर की अपनी खुशी
पीएम मोदी और इतालवी प्रधानमंत्री मेलोनी ने एक दूसरे से मिलने के अपने अनुभव साझा किए. एक्स पर पोस्ट करते हुए मेलोनी ने लिखा, ‘भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर हमेशा बहुत खुशी होती है. रियो डी जेनेरियो में जी-20 शिखर सम्मेलन के अवसर पर भी हमारी मुलाकात हुई. यह बातचीत एक अनमोल अवसर थी, जिसने हमें व्यापार और निवेश, साइंस-टेक्नोलॉजी, स्वच्छ ऊर्जा, अंतरिक्ष, रक्षा, कनेक्टिविटी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में 2025-29 के लिए एक ज्वाइंट स्ट्रेटेजिक एक्शन प्लान की घोषणा के साथ भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अपनी साझा प्रतिबद्धता की पुष्टि करने की अनुमति दी.’