29 दिन का होगा सावन, श्रावण सोमवार पर बन रहे दुर्लभ संयोग, बरसेगी शिव कृपा
शिव भक्तों को हर साल सावन महीने का बेसब्री से इंतजार रहता है. मान्यता है सावन में की गई शिव पूजा कभी न खत्म होने वाला पुण्य प्रदान करती है. सावन के महीने में यदि भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया जाए तो सभी मनोवांछित मनोकामनाएं पूर्ण होती है.
इस साल 22 जुलाई से शुरू हो रहा है सावन बहुत खास माना जा रहा है. आइए जानते हैं 2024 में सावन क्यों है महत्वपूर्ण, कौन से शुभ संयोग बन रहे हैं.
29 दिन का होगा सावन, सोमवार से शुरुआत
इस साल सावन 29 दिन का होगा. श्रावण 22 जुलाई (सोमवार) से 19 अगस्त 2024 (सोमवार) तक रहेगा. वहीं खास बात ये है कि सावन की शुरुआत और समाप्ति दोनों ही सोमवार से ही हो रही है. सावन का अंतिम दिन श्रावण पूर्णिमा होता है, इस दिन रक्षा बंधन मनाया जाता है. इस साल रक्षाबंधन पर सावन सोमवार रहेगा.
सावन के सोमवार क्यों है महत्वपूर्ण ?
भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती की आराधना करने से मनचाहा वरदान मिलता है. विवाह में आ रही बाधाएं, संतान सुख, धन लाभ, रोग से मुक्ति पाने के लिए सावन सोमवार का व्रत बहुत लाभकारी माना गया है. शिव जी के इस प्रिय मास में विवाहित महिलाएं सौभाग्यवती की कामना के लिए पूरे सावन सोमवार का विधिवत व्रत-पूजन करती है. सावन सोमवार भोलेनाथ को प्रसन्न करने का दिन है. इसमें की गई पूजा-पाठ, नियम शीघ्र फल प्रदान करते हैं.
सावन का महीना क्यों मनाया जाता है?
- ऋषि मार्कण्डेय ने लंबी आयु के लिए सावन मास में ही घोर तप कर शिवजी की कृपा प्राप्त की थी, जिससे अल्पायु मार्कण्डेय चिरंजीवी हो गए थे.
- समुद्र मंथन भी सावन मास में ही किया गया था. इस दौरान शिव ने हलाहल विष पी लिया जिससे उन्हें पीड़ा होने लगी तब जल अर्पित कर शिव जी की पीड़ा को शांत किया गया था. तभी से शिव जी को जल अति प्रिय है. सावन में जो जलाभिषेक करता है उसके समस्त संकट भोलेनाथ हर लेते हैं.
- सावन में ही भगवान शिव पृथ्वी पर अवतरित होकर अपनी ससुराल गए थे और वहां उनका जलाभिषेक कर स्वागत किया गया था. हर सावन में शिव जी ससुराल आते हैं. भक्तों पर कृपा लुटाते हैं.
कांवड़ जल कब चढ़ेगा 2024
पवित्र कांवड़ यात्रा की शुरुआत सावन के आरंभ से ही हो जाती है. इस साल कांवड़ यात्रा 22 जुलाई से शुरू होगी. कई दिनों तक कांवड़िए नियम का पालन करते हुए पैदल चलते हैं और कांवड़ में गंगाजल लाकर सावन शिवरात्रि पर भोलेनाथ का अभिषेक करते हैं. इस साल सावन शिवरात्रि 2 अगस्त 2024 को मनाई जाएगी.
- कांवड़ यात्रा शुरू – 22 जुलाई 2024
- कांवड यात्रा जलाभिषेक की तारीख – 2 अगस्त 2024
कांवड़ यात्रा करने से क्या लाभ मिलता है
कांवड़ यात्रा भगवान शिव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा पाने का एक अचूक उपाय है. मान्यता है सावन के पावन महीने में कांवड़ उठाने वाले भक्त के सभी पाप शाप नष्ट हो जाते हैं. कांवड में जलभकर शिवलिंग का अभिषेक करने वालों पर सालभर भोलेनाथ की कृपा बरसती है. दुख, दोष, दरिद्रता से मुक्ति मिलती है. व्यक्ति हर पल सुख प्राप्त करता है.