छत्तीसगढ़ में 10 दिन में 24 नक्सलियों का एनकाउंटर:उन्हीं के गढ़ में घुसकर पुलिस कर रही इनामी माओवादियों को ढेर; TCOC में फोर्स आक्रामक


बस्तर में नक्सलियों का TCOC महीना चल रहा है। हालांकि, इस बार नक्सलियों के TCOC के दौरान पुलिस फोर्स का रवैया बेहद आक्रामक है। शनिवार सुबह छत्तीसगढ़-तेलंगाना बॉर्डर पर हुई मुठभेड़ में पुलिस ने 25 लाख रुपए के इनामी हार्ड कोर माओवादी समेत 3 को ढेर कियाहै।
पिछले 10 दिनों में ही फोर्स ने दक्षिण बस्तर में 24 नक्सलियों को मार गिराया है। इनमें 22 बीजापुर और एक-एक नक्सली दंतेवाड़ा और सुकमा में मारे गए हैं। शनिवार को भी छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर CG पुलिस और तेलंगाना की ग्रेहाउंड फोर्स ने संयुक्त ऑपरेशन लॉन्च किया था।
इस दौरान उसूर थाना क्षेत्र के पुजारी कांकेर इलाके में जमकर गोली बारी हुई थी। एनकाउंटर रुकने के बाद पुलिस से मौके से 3 नक्सलियों का शव बरामद किया। एक की पहचान नक्सलियों के सेंट्रल रीजनल कमेटी मेंबर सागर के रूप में हुई। इस पर 25 लाख रुपए का इनाम घोषित था।

2 नक्सलियों की नहीं हो पाई शिनाख्त
मारे गए 2 माओवादियों की अभी शिनाख्त नहीं हो पाई है। पुलिस का दावा है कि, बड़े लीडर के साथ उसकी टीम में थे। संभवतः ये भी इनामी होंगे। मुठभेड़ स्थल से एक AK-47, LMG समेत कई हथियार और विस्फोटक सामान बरामद किया गया है। पुलिस इसे अपनी बड़ी कामयाबी मान रही है।
पुलिस का दावा है कि इस एनकाउंटर में कुछ नक्सली घायल हुए हैं, जिन्हें उनके साथी मौके से लेकर भागने में कामयाब रहे।
लैंड्रा में 13 नक्सली ढेर
2 अप्रैल को बीजापुर जिले के लैंड्रा के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई थी। 12 घंटे से ज्यादा चली इस मुठभेड़ में जवानों ने कुल 13 माओवादियों को ढेर किया था। इसमें तीन महिला नक्सली भी शामिल थीं। बस्तर के नक्सल इतिहास में पुलिस का यह नक्सलियों के खिलाफ सबसे बड़ा और सबसे सफल ऑपरेशन रहा।

अब तक मारे गए 24 नक्सली
दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा इन तीन जिलों को दक्षिण बस्तर कहा जाता है। पिछले 10 दिनों में इन तीन जिलों में पुलिस ने अलग-अलग मुठभेड़ों में कुल 24 नक्सलियों को ढेर कर दिया है। जवान अब भी ऑपरेशन पर हैं। सिर्फ बीजापुर में ही 22 नक्सलियों को मार गिराया गया है।
सुकमा और दंतेवाड़ा जिले में एक-एक नक्सली एनकाउंटर में मारे गए हैं। इन तीनों जिलों में पुलिस ने भारी संख्या में हथियार, विस्फोटक और सामान भी बरामद किया है।
TCOC महीने में नक्सली करते थे बड़ी वारदात
दरअसल, हर साल मार्च से मई तक नक्सलियों का TCOC महीना चलता है। इस दौरान वे अपने संगठन में लड़ाकों की भर्ती करते हैं। पिछले कुछ सालों में नक्सलियों ने TCOC के दौरान ही कई बड़ी वारदात की हैं। इसमें बुरकापाल, झीरम, टेकलगुड़ा, अरनपुर IED ब्लास्ट जैसी घटनाएं शा्मिल हैं।
इन सभी वारदातों में सैकड़ों जवानों की शहादत हुई है, लेकिन इस बार पुलिस फोर्स का नक्सलियों के खिलाफ जबरदस्त सर्जिकल स्ट्राइक चल रहा है।
