आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान” के तहत देश को ‘विकसित भारत’ बनाने का आह्वान — प्रेमप्रकाश पांडेय


कवर्धा। आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान” के तहत आयोजित प्रेसवार्ता में देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आत्मनिर्भर और विकसित भारत के निर्माण की दिशा में उठाए जा रहे कदमों की जानकारी दी गई। इस अवसर पर वक्ताओं ने देश के नागरिकों से ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र को अपनाने और स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के दौरान वक्ताओं ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। हाल ही में लागू किए गए जीएसटी सुधार, आयकर में रियायतें और कर कानूनों के सरलीकरण जैसे निर्णयों ने देश की अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी है। इन ऐतिहासिक सुधारों का उद्देश्य नागरिकों को राहत देना, व्यापार सुगमता को बढ़ाना और देश को “विकसित भारत” की राह पर आगे बढ़ाना है।
प्रेसवार्ता में बताया गया कि प्रधानमंत्री ने कोरोना काल में “आत्मनिर्भर भारत” का मंत्र देकर न केवल देश को संकट से उबारा, बल्कि आपदा को अवसर में बदलने का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत किया। उनका दिया गया यह संकल्प केवल आर्थिक स्वालंबन का प्रतीक नहीं, बल्कि सच्ची देशभक्ति की अभिव्यक्ति है।
अभियान के तहत 25 सितंबर (पं. दीनदयाल उपाध्याय जयंती) से लेकर 25 दिसंबर (भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जयंती) तक पूरे देश में व्यापक जनजागरण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस अवधि में “आत्मनिर्भर भारत संकल्प सम्मेलन” और “आत्मनिर्भर भारत रथ यात्रा” जैसी गतिविधियों के माध्यम से हर घर तक “हर घर स्वदेशी” और “वोकल फॉर लोकल” का संदेश पहुंचाया जाएगा।
वक्ताओं ने कहा कि मोदी सरकार के नीतिगत सुधारों का सबसे अधिक लाभ गरीबों, किसानों, महिलाओं और मध्यम वर्ग को मिला है। उन्होंने लोगों से दैनिक जीवन में स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग कर राष्ट्र सेवा में योगदान देने की अपील की।






