राजनीति और सामुदायिक कार्यक्रममध्य प्रदेशराष्ट्रीय-अंतर्राष्ट्रीय ख़बरेंसमाचार

केंद्र सरकार ने किसानों को दी बड़ी सौगात: प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का दायरा बढ़ा; जंगली जानवर और जलभराव से होने वाला नुकसान भी होंगे अब कवर

भोपाल। केंद्र सरकार ने किसानों के हित में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) में बड़े बदलाव किए हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि अब जंगली जानवरों से होने वाला नुकसान और अतिवृष्टि के कारण जलभराव से फसल खराब होने की स्थिति को भी इस योजना के दायरे में शामिल कर लिया गया है। किसानों की लंबे समय से चली आ रही मांग को ध्यान में रखते हुए यह संशोधन लागू किया गया है।

जंगली जानवरों और जलभराव से होने वाला नुकसान अब बीमे में शामिल

कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने बताया कि अब तक प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसलों को हुए नुकसान का आकलन कर मुआवजा दिया जाता था, लेकिन दो प्रमुख नुकसान योजना में शामिल नहीं थे। इनमें पहला—जंगली जानवरों द्वारा फसलों को पहुंचाया गया नुकसान और दूसरा—अतिवृष्टि के चलते खेतों में जलभराव होने से फसल का खराब होना। इन दोनों परिस्थितियों को अब प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बीमा कवरेज में शामिल कर लिया गया है, जिससे लाखों किसानों को सीधा लाभ मिलने की उम्मीद है।

राज्य सरकारें तय करेंगी जोखिम वाले क्षेत्रों की सूची

किसान किन जंगली जानवरों से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं, यह निर्णय संबंधित राज्य सरकारें करेंगी। इसके आधार पर क्षेत्रवार जोखिम सूची बनाई जाएगी, ताकि बीमा कवरेज का लाभ सही किसानों तक पहुंच सके। मंत्रालय का कहना है कि यह बदलाव वैज्ञानिक और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत लागू किया गया है, जिससे दावों के निपटान में भी तेजी आएगी।

किसान 72 घंटे में अपलोड करें जियोटैग फोटो

बीमा दावा करने की प्रक्रिया को सरल बनाते हुए कृषि मंत्री ने बताया कि किसान को फसल नुकसान होने के 72 घंटे के भीतर फसल बीमा ऐप पर जियोटैग फोटो अपलोड करनी होगी। नई प्रणाली डिजिटल और ट्रैकिंग आधारित है, जिससे फर्जी दावों पर रोक लगेगी और वास्तविक किसानों को समय पर सहायता मिल सकेगी।

केंद्र सरकार का किसानों को संदेश—देरी न करें, तुरंत करवाएं बीमा

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर यह बड़ा बदलाव लागू किया गया है, ताकि किसानों को प्राकृतिक चुनौतियों से आर्थिक सुरक्षा मिल सके। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे बिना देर किए अपनी फसलों का बीमा करवाएं और नई सुविधा का लाभ उठाएं।

Editorial Desk

शताब्दी टाइम्स - यहां विचारों की गहराई, निष्पक्ष दृष्टिकोण और विश्वसनीय पत्रकारिता का मेल मिलता है। हम समाज, राजनीति, संस्कृति और जन-सरोकार से जुड़े मुद्दों पर सारगर्भित और संतुलित विचार रखते हैं।
Back to top button
error: Content is protected !!