खैरझिटी खुर्द में महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण, डॉ. रमन सिंह बोले – ‘यह केवल मूर्ति नहीं, स्वाभिमान की चेतना है’

कवर्धा। वीरता, आत्मबल और मातृभूमि के प्रति अपार निष्ठा के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती के अवसर पर ग्राम खैरझिटी खुर्द, कवर्धा में उनकी भव्य प्रतिमा का अनावरण समारोह सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह रहे, जिन्होंने वीर महाराणा प्रताप की प्रतिमा का विधिवत अनावरण किया।
समारोह को संबोधित करते हुए डॉ. रमन सिंह ने कहा, “महाराणा प्रताप भारतीय इतिहास के वह अद्वितीय योद्धा हैं, जिनके साहस और आत्मबल के सामने अकबर की विशाल सेना भी टिक नहीं सकी। जब उनका भाला चलता था, तो दुश्मन के हौसले चकनाचूर हो जाते थे। वे सिर्फ एक योद्धा नहीं, भारतीय अस्मिता और स्वाभिमान के प्रतीक हैं।” छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने महाराणा प्रताप के संघर्ष और वीरता को याद करते हुए कहा कि उनके अद्वितीय साहस और बलिदान को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने विशेष रूप से महाराणा प्रताप के जीवन की संघर्षों का जिक्र करते हुए बताया कि महाराणा प्रताप ने अपनी मातृभूमि के लिए जो अनगिनत त्याग किए, वह कभी भुलाए नहीं जा सकते। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप सिंह ने अरावली की पहाड़ियों और मेवाड़ के घने जंगलों में रहकर अपने लोगों को संगठित किया और अकबर की सत्ता को चुनौती दी। उनकी वीरता का वास्तविक कारण यह नहीं था कि उन्होंने अकबर को हराया, बल्कि वे इस वजह से महान हैं क्योंकि उन्होंने कभी भी अकबर के सामने आत्मसमर्पण नहीं किया। उन्होंने आगे कहा कि महाराणा प्रताप सिंह के सेना में ऐसी शक्ति थी, कि वह अपनी एक छोटी सी सेना के साथ लाखों सैनिकों को चुनौती देने की क्षमता रखते थे। उनका साहस और संघर्ष न केवल उनके समय में बल्कि आज भी प्रेरणा देता है।
भारत-पाकिस्तान के वर्तमान संबंधों की ओर संकेत करते हुए उन्होंने कहा कि “आज जब देश की सीमाओं पर तनाव बना है, तब महाराणा प्रताप जैसे राष्ट्रनायकों का स्मरण युवाओं को प्रेरणा देता है कि मातृभूमि की रक्षा सर्वोच्च धर्म है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी सराहना की, जिनकी पाकिस्तान के खिलाफ उठाए गए कदमों को उन्होंने ऐतिहासिक बताया। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के “मिशन सिंदूर“ का जिक्र करते हुए कहा कि यह मिशन पाकिस्तान की नापाक हरकतों का मुंहतोड़ जवाब है, और देश की सुरक्षा के प्रति प्रधानमंत्री की दृढ़ निष्ठा को दर्शाता है।
इस अवसर पर सांसद संतोष पाण्डेय ने कहा, “महाराणा प्रताप का जीवन साहस, बलिदान और देशभक्ति का प्रतीक है। उन्होंने राजसी सुख-ऐश्वर्य त्यागकर जंगलों में घास की रोटियां खाईं, लेकिन कभी विदेशी सत्ता के आगे सिर नहीं झुकाया। हमें उनके आदर्शों को आत्मसात करते हुए राष्ट्रसेवा को जीवन का ध्येय बनाना चाहिए।” उन्होंने राजपूत क्षत्रिय समाज की अग्रणी भूमिका को भी सराहा और कहा कि राजपूत समाज हमेशा से ही अपनी वीरता और राष्ट्रभक्ति के लिए जाना जाता है। उनका इतिहास प्रेरणा से भरा हुआ है, और उन्होंने हमेशा अपने धर्म और कर्तव्य के प्रति निष्ठा निभाई है।
पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने महाराणा प्रताप के जयघोष के नारे से अपना संबोधन शुरू किया। उन्होंने कहा कि आज जिस भव्य मूर्ति का अनावरण हम देख रहे हैं, वह केवल एक मूर्ति नहीं, बल्कि महाराणा प्रताप के साहस, वीरता और उनके द्वारा की गई महानतम संघर्षों का प्रतीक है। यह मूर्ति हम सभी को प्रेरणा देती है और हम सभी के मन में एक अलग ही उर्जा उत्पन्न करती है। जब हम महाराणा प्रताप की मूर्ति को देखते हैं, तो उनका संघर्ष, उनकी निष्ठा, और उनका बलिदान हमारे दिलों में एक नई जागरूकता और गौरव का अनुभव कराता है।
चंद्रशेखर वर्मा ने सभी को महाराणा प्रताप की जयंती बधाई एंव शुभकामनाएं दी। उन्होंने संबोधित करते हुए कहा कि संगठित रहना सबसे जरूरी है। उन्होंने महाराणा प्रताप के जीवन से हमें यह सिखने को मिलता है कि सत्य और धर्म की राह पर चलने का कभी भी कोई मूल्य नहीं होता, भले ही वह कितनी भी कठिन क्यों न हो। मेवाड़ में हमेशा भगवा लहराता रहा और इस भगवे की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप ने जंगलों में घास की रोटियां खाईं, फिर भी अपने धर्म और मातृभूमि की रक्षा के लिए कभी भी समझौता नहीं किया। उन्होंने कहा कि हमें अपने इतिहास से प्रेरणा लेकर अपने राष्ट्र के प्रति कर्तव्यों का पालन करना चाहिए और किसी भी स्थिति में अपने गौरवशाली अतीत को कभी नहीं भूलना चाहिए।
कार्यक्रम में विधायक भावना बोहरा, जिला पंचायत अध्यक्ष ईश्वरी साहू, उपाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी, चंद्रशेखर वर्मा, कृषक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष सुरेश चंद्रवंशी, कवर्धा राजपरिवार के युवराज मैकलेश्वर राज सिंह, वीरेंद्र साहू, जनपद पंचायत अध्यक्ष सुषमा बघेल सहित अनेक जनप्रतिनिधि मंचासीन रहे। सर्व हिंदू समाज के विभिन्न संगठनों के प्रमुखों और पदाधिकारियों सहित सभी अतिथियों को समाज की ओर से आत्मीय सम्मान प्रदान किया गया। इस भव्य आयोजन में केन्द्रीय उपाध्यक्ष अनिल सिंह, कवर्धा परिक्षेत्र अध्यक्ष योगेश्वर सिंह, शहर अध्यक्ष चन्द्रिका सिंह, संतोष ठाकुर, मनोज सिंह, ठाकुर पीयूष सिंह, वंदना बाला ठाकुर, रवि राजपुत, योगेंद्र सिंह ठाकुर, अमन ठाकुर, जीवेन्द्र सिंह, हेमलाल सिंह ठाकुर, रामसिंह, कल्याण सिंह, केहर सिंह, दुर्गेश सिंह, तथा बड़ी संख्या में राजपूत क्षत्रिय समाज के लोग शामिल हुए।