रायपुर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय आम महोत्सव का शुभारंभ
रायपुर। 12 से 14 जून तक कृषि महाविद्यालय परिसर रायपुर में आयोजित राष्ट्रीय आम महोत्सव का शुभारंभ हुआ।आम महोत्सव का शुभारंभ करते हुए कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ की मिट्टी और जलवायु सभी प्रकार की फसलों के उत्पादन के लिए उपयुक्त है।
आम महोत्सव का शुभारंभ करते हुए कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि आज प्रदेश में बहुत से किसान परंपरागत फसलों की बजाय उद्यानिकी, औषधीय एवं मसाला फसलों की खेती के आगे आ रहे हैं, उन्हें राज्य सरकार द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है। नेताम ने कहा कि छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में बड़ी संख्या में किसान आम की खेती कर रहे हैं। आम महोत्सव में आकर पता चला कि छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में विविध प्रकार के आमों का उत्पादन हो रहा है, जिनमें दशहरी, लंगड़ा, हापुस, केशर, नीलम, चौसा, नूरजहां, हिमसागर जैसी उन्नत किस्मों के साथ ही आम की बहुत सी देशी किस्में तथा मियाजाकी, थाई बनाना, रैड पामर जैसी विदेशी किस्में भी आसानी से उगाई जा रहीं है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आम महोत्सव में आम की 325 से अधिक किस्मों एवं आम से बने 56 व्यंजनों का प्रदर्शन किया जा रही है। इस कार्यक्रम में आम की विभिन्न किस्मों की प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है जिसमें छत्तीसगढ़ एवं देश के विभिन्न राज्यों के आम उत्पादक शामिल हुए हैं। अवसर पर आम से बने विभिन्न व्यंजनों की प्रतियोगिता भी आयोजित की गई है। इसके अतिरिक्त आम की सजावट प्रतियोगिता भी आयोजित की जा रही है इस प्रतियोगिता में प्रवेश पूर्णतया निःशुल्क है। सामान्यजनों के लिए प्रदर्शनी दोपहर 12 बजे से रात्रि 9 बजे तक खुली रहेगी।
छत्तीसगढ़ के कृषि विकास एवं किसान कल्याण तथा जैव प्रौद्योगिकी विभाग, आदिम जाति, अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग मंत्री रामविचार नेताम ने तीन दिवसीय राष्ट्रीय आम महोत्सव का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने की। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में अनुज शर्मा, विधायक, धरसींवा, मोतीलाल साहू, विधायक, रायपुर ग्रामीण एवं संचालक उद्यानिकी एस. जगदीशन उपस्थित थे।