विजयादशमी उत्सव: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने किया कवर्धा में भव्य पथ संचलन
संघ के शताब्दी वर्ष में पंच प्रण को समाज आत्मसात करे - पूर्णेन्द्र सिन्हा

कवर्धा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने विजयादशमी उत्सव के अवसर पर 10 अक्टूबर को गांधी मैदान, कवर्धा से पथ संचलन का आयोजन किया। यह पथ संचलन गुरुनानक गेट, मेन रोड, आजाद चौक, महावीर स्वामी चौक, वीर स्तंभ चौक, बस स्टैंड, झंडा चौक, नवीन बाजार, ठाकुर देव चौक, दर्रीपारा होते हुए वापस गांधी मैदान में संपन्न हुआ।
उत्सव में मुख्य अतिथि सिख समाज गुरुद्वारा प्रबंधन जिला अध्यक्ष महेन्द्र सिंह खनूजा, नगर संघचालक घनश्याम अग्रवाल और मुख्य वक्ता पूर्णेन्द्र सिन्हा, प्रांत संयोजक धर्म जागरण समन्वय छत्तीसगढ़ प्रांत उपस्थित रहे। सभी ने दीप प्रज्ज्वलित कर शस्त्र पूजन किया। मुख्य अतिथि ने आशीर्वचन में संघ की स्थापना की महत्वपूर्णता को बताया और कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ आज विश्व की सबसे बड़ी स्वयंसेवी संस्था है, जो राष्ट्रीय और प्राकृतिक आपदाओं पर सेवा कार्यों में तत्पर रहता है।
पूर्णेन्द्र सिन्हा ने अपने संबोधन में विजयादशमी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “हम सभी जानते हैं कि विजयादशमी एक शौर्य उत्सव है। इस दिन हम देवी के नौ रूपों की उपासना करते हैं और शक्ति प्राप्त करते हैं। बिना शक्ति के कोई भी कार्यक्रम सफल नहीं हो सकता।” उन्होंने बताया कि शस्त्र पूजन परंपरा का हिस्सा है, जो साहस और वीरता का भाव उत्पन्न करता है।
श्री सिन्हा ने डॉ. हेडगेवार द्वारा संघ की स्थापना के उद्घोषों को भी याद किया, जिसमें भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित किया गया था। उन्होंने शताब्दी वर्ष के अवसर पर पंच प्रण – सामाजिक समरसता, पर्यावरण, कुटुम्ब प्रबोधन, स्वबोध और नागरिक कर्तव्य बोध को समाज में आत्मसात करने का आह्वान किया।
इस कार्यक्रम में नगर कार्यवाह प्रहलाद साहू, राधेश्याम पाली, सीताराम धुर्वे, संदीप साहू, अतुल पाण्डेय, संजय यादव, राजेश जायसवाल, मनहरण वर्बे, कपिलदास मानिकपुरी, संजय धुर्वे, शत्रुहन ठाकुर, ललित ठाकुर, राजकुमार यादव, हर्ष, तनमय, दक्ष , तरुण ,दमन,नमन, तरुण साहू, रिषभ, दुर्गा चंद्रवंशी आदि ज्येष्ठ, बाल स्वंयसेवक उपस्थित रहे। सभी ने इस उत्सव में भाग लिया और समाज के लिए प्रेरणा स्रोत बनने का संकल्प लिया।