
कवर्धा
खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में कबीरधाम जिले में 60.15 लाख क्विंटल धान खरीदी हुई है, जो कि लक्ष्य से 6.37 क्विंटल ज्यादा है। इस साल धान खरीदी ने पिछले कई वर्षों की खरीदी का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस सीजन 537853 मीट्रिक टन (5378530 क्विंटल) धान खरीदी का लक्ष्य रखा गया था। विपरीत इसके रिकॉर्ड 60.15 लाख क्विंटल धान खरीदी की गई है।
जिले में 90 समितियों के 108 केंद्रों के जरिए 1 नवंबर 2023 को समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की शुरुआत हुई थी। शुरुआत में 31 जनवरी 2024 तक खरीदी होनी थी। इसे बढ़ाकर 4 फरवरी किया गया। खरीदी अब खत्म हो चुकी है। सीजन में 108 केंद्रों के जरिए किसानों से 6015651.60 क्विंटल धान की खरीदी हुई है। इनमें 1860779.60 क्विंटल मोटा धान, 2481529.20 क्विंटल पतला और 1673342.80 क्विंटल सरना धान शामिल है। खरीदे गए कुल धान का 881.13 करोड़ रुपए शुद्ध भुगतान किया जाना है। इसमें 437 करोड़ रुपए लिंकिंग से ऋण वसूली की गई है।
1.22 लाख किसानों का हुआ था पंजीयन: खाद्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में धान खरीदी के लिए जिले में कुल 122552 किसानों का पंजीयन हुआ था। इन किसानों का 122386.38 हेक्टेयर रकबे का पंजीयन किया गया था। इसके मुताबिक इस वर्ष 5378530 क्विंटल धान खरीदी का अनुमानित लक्ष्य रखा गया। लेकिन इससे ज्यादा की धान खरीदी हुई है।
1. पंजीकृत किसानों की संख्या बढ़ी: खरीदी बढ़ने की बड़ी वजह पंजीकृत किसानों की संख्या बढ़ना है। इस साल 1.22 लाख किसानों ने धान बेचने पंजीयन कराया था, जो कि पिछले साल की तुलना में करीब 7 हजार ज्यादा है। वहीं धान का रकबा भी इस बार पिछले साल की तुलना में करीब 5 हजार हेक्टेयर की बढ़ोतरी हुई है।