छत्तीसगढ़ में नहीं बनीं होर्डिंग पालिसी:नियम रोड से छह फीट पीछे ; यू टर्न में लगाए यूनिपोल, ट्रैफिक हो रहा जाम, पैदल चलने वालों को भी परेशानी
कलेक्टोरेट मल्टीलेवल पार्किंग के पास सड़क पर लगा यूनिपोल।

राज्य बनने के करीब 23 साल बाद भी छत्तीसगढ़ में होर्डिंग पालिसी नहीं बनीं है। इस वजह से शहर में बड़े-बड़े यूनिपोल और विज्ञापन होर्डिंग्स लगाने को लेकर कोई नियम ही नहीं है। निगम के अफसर मनमर्जी से कहीं भी यूनिपोल लगाने की अनुमति दे रहे हैं। संबंधित एजेंसियों को सुरक्षा नियमों का पालन करने की नसीहत दी जाती है, लेकिन स्थान चयन को लेकर सामान्य नियमों तक का पालन नहीं किया जा रहा है। शहर में कई जगहों पर डामर रोड से चिपकाकर यूनिपोल खड़े किए गए हैं। इस वजह से गाड़ी वालों को ही नहीं पैदल चलने वालों को भी परेशानी हो रही है। कई सड़कों पर यूनिपोल की वजह से ट्रैफिक जाम भी हो रहा है।
निगम को यूनिपोल और होर्डिंग्स से हर साल करीब 11 करोड़ का राजस्व मिलता है। शहर की सड़कों और छतों पर अभी लगभग सात हजार होर्डिंग्स लगे हैं। छतों पर लगाए होर्डिंग्स में भी नियमों और सुरक्षा का पालन नहीं किया गया है। कई दशक पुरानी छतों पर भी हैवी होर्डिंग्स लगा दिए गए हैं। मध्यप्रदेश सहित जिन राज्यों में होर्डिंग्स और मीडिया पॉलिसी बनीं है वहां यूनिपोल को लेकर कई तरह के नियम हैं। जैसे यूनिपोल सड़क और फुटपाथ से कम से कम दो मीटर की दूरी पर होना चाहिए। यानी सड़क से उसकी दूरी छह फीट होनी चाहिए। लेकिन शहर में लगभग सभी जगहों पर नियमों के विपरीत यूनिपोल लगाए गए हैं।
इन जगहों पर ज्यादा खतरनाक तरीके से लगे
खालसा स्कूल से अंबेडकर अस्पताल चौक की ओर आने वाली सड़क पर डामर के बाद यू टर्न पर ही भारी-भरकम यूनिपोल लगाया गया है। सिग्नल बंद रहने के दौरान जब गाड़ियां चौक पर खड़ी रहती हैं तब शास्त्री चौक की ओर जाने वाली गाड़ियों को यूनिपोल के कारण दिक्कत होती है। इसी तरह जेल रोड में भी चौक सड़क पर यूनिपोल लगा है। तेलीबांधा तालाब के किनारे फुटपाथ पर ही यूनिपोल लगाने की अनुमति दे दी गई है। यूनिपोल के अलावा बड़े-बड़े स्ट्रक्चर वाले होर्डिंग्स भी सड़क के किनारे लगाए गए हैं। सड़क किनारे लगे यूनिपोल के विंग्स भी इतने बड़े हैं कि दूर से सड़क के पीछे कुछ भी दिखाई ही नहीं देता। कुछ जगहों पर यूनिपोल इतने बेतरतीब तरीके से लगे हैं कि ट्रैफिक सिग्नल ही नहीं दिखता है।
एनआईटी के सामने सड़क पर लगा यूनिपोल, हादसे का खतरा
एनआईटी के पास निगम ने सड़क पर ही यूनिपोल लगाने की अनुमति दी है। रोड के करीब तीन फीट सड़क के अंदर यूनिपोल का खंभा है। इससे हादसे का खतरा बना हुआ है। नियमों के अनुसार इस जगह पर यूनिपोल लगाने की अनुमति ही नहीं दी जानी चाहिए थी। यह सुरक्षा मापदंड और ट्रैफिक के लिहाज से गलत है। एनआईटी आने वाले छात्रों के अलावा बड़ी संख्या में यहां पर दूसरे शैक्षणिक संस्थानों से आने वाले गाड़ियों की संख्या ज्यादा है। रात में भी अंधेरे के कारण हादसे का खतरा और बढ़ जाता है।
जिन राज्यों में पॉलिसी, वहां इस तरह के नियम
- सड़क-फुटपाथ से कम से कम दो मीटर पीछे हो।
- पुरातात्वीय, ऐतिहासिक इमारत के आसपास न हो।
- अस्पताल या नर्सिंग होम के सामने अनुमति नहीं।
- पुलिस स्टेशन के पास भी यूनिपोल नहीं लग सकते।
- स्कूल कॉलेज और लाइब्रेरी के पास भी परमिशन नहीं।
- गार्डन, चौराहे व खेल के मैदान के पास भी नहीं लगेंगे।
होर्डिंग्स पॉलिसी राज्य सरकार बनाती है। इस संबंध में शासन को पत्र लिखा गया है। फिलहाल नियम-शर्तों के साथ एजेंसियों को होर्डिंग्स और यूनिपोल की अनुमति दी जा रही है। अफसरों से जांच कराने के बाद कार्रवाई करेंगे। –