

बस्तर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में सुरक्षाबलों और राज्य सरकार की पुनर्वास नीति की संयुक्त पहल रंग ला रही है। बीते दिनों अबूझमाड़ और दंतेवाड़ा में कुल 41 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया है।
अबूझमाड़ में 22 नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
नारायणपुर जिले के अतिसंवेदनशील अबूझमाड़ क्षेत्र से 22 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है। पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुड़िया के समक्ष आत्मसमर्पण करने वालों में 14 पुरुष और 8 महिलाएं शामिल हैं। इन नक्सलियों में कुख्यात और कुतुल डिवीजनल कमेटी मेम्बर (DVCM) सुखलाल भी शामिल है, जिस पर भारी इनाम घोषित था। कुल मिलाकर आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों पर 37 लाख रुपये का इनाम था। आत्मसमर्पण कार्यक्रम के दौरान कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
दंतेवाड़ा में 12 नक्सलियों ने छोड़ा हथियार
9 जुलाई को दंतेवाड़ा जिले में चल रहे लोन वर्राटू (घर वापसी) अभियान के तहत 12 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। इनमें 8 लाख के इनामी नक्सली चंद्रना और 3 महिला नक्सली भी शामिल हैं। सभी ने पुलिस अधीक्षक गौरव रॉय के समक्ष आत्मसमर्पण किया। यह अभियान दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों के आत्मसमर्पण के लिए एक प्रमुख पहल के रूप में सामने आया है।
जून में भी हुआ था आत्मसमर्पण
बीते जून माह में भी दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू अभियान से प्रेरित होकर 7 माओवादी कैडर ने आत्मसमर्पण किया था। इनमें दो इनामी नक्सली जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी और दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम पोमरा शामिल थे। दोनों पर 50-50 हजार रुपये का इनाम घोषित था।