राजनांदगांव में अमित शाह ने किया ‘विद्यायतन’ का शिलान्यास, आचार्य विद्यासागर जी को दी श्रद्धांजलि
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रायपुर। केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह आज राजनांदगांव पहुंचे, जहां उन्होंने आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के ‘प्रथम समाधि स्मृति महोत्सव’ में भाग लिया। इस अवसर पर श्री 1008 सिद्धचक्र विधान विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन भी हुआ। केंद्रीय गृह मंत्री ने आचार्य श्री की स्मृति में ₹100 का स्मारक सिक्का, ₹5 का विशेष डाक लिफाफा, 108 चरण चिन्ह और चित्र का लोकार्पण किया। इसके साथ ही, प्रस्तावित समाधि स्मारक ‘विद्यायतन’ का शिलान्यास किया गया।
इस मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप-मुख्यमंत्री विजय शर्मा और पूज्य मुनि श्री समता सागर जी महाराज सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।
अमित शाह ने कहा – आचार्य विद्यासागर जी भारत की पहचान के प्रतीक
अपने संबोधन में अमित शाह ने आचार्य विद्यासागर जी महाराज को युग पुरुष बताते हुए कहा कि उन्होंने भारतीय संस्कृति, भाषा और राष्ट्र को समर्पित जीवन जिया। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-20 सम्मेलन के निमंत्रण पत्र पर ‘प्राइम मिनिस्टर ऑफ भारत’ लिखवाकर आचार्य विद्यासागर जी के विचारों को मूर्त रूप दिया।
उन्होंने कहा कि आचार्य जी का जीवन धर्म, तपस्या और त्याग का प्रतीक रहा, और उन्होंने जैन धर्म के सिद्धांतों के अनुरूप अपने अनुयायियों को भी उसी राह पर चलने का मार्ग दिखाया। अमित शाह ने कहा कि आचार्य श्री ‘अहिंसा परमो धर्म:’ और ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के विचारों को अपने जीवन में आत्मसात कर चुके थे, और मोदी सरकार उन्हीं सिद्धांतों का प्रचार-प्रसार कर रही है।
डोंगरगढ़ में 32वें अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन का आयोजन
इसी बीच डोंगरगढ़ के प्रज्ञागिरी तीर्थ स्थल में 32वां अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन आयोजित हुआ, जहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भगवान बुद्ध के शांति और करुणा के संदेशों को पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक बताया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सिरपुर और मैनपाट जैसे बौद्ध स्थलों का ऐतिहासिक महत्व है और राज्य सरकार इन स्थलों को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित कर रही है।
सम्मेलन में देश-विदेश से आए बौद्ध भिक्षुओं, विद्वानों और अनुयायियों ने भाग लिया। इस अवसर पर राजनांदगांव सांसद संतोष पाण्डेय और प्रज्ञागिरी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष विनोद खांडेकर सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।