रणवीरपुर, कुण्डा व कुकदुर में 50 बेड वाले अस्पताल निर्माण की मांग
गढ़ कलेवा की तर्ज पर मिलेट कैफे खोला जाए

कवर्धा
विधानसभा में आज पंडरिया विधायक भावना बोहरा ने विधानसभा के अंतर्गत विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में व्याप्त समस्याओं, भवनों के निर्माण, मरम्मत एवं आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की।
विधायक भावना बोहरा ने कहा कि रणवीरपुर, कुण्डा और वनांचल क्षेत्र कुकदुर में 50 बिस्तरों वाले अस्पताल की मांग की है। पंडरिया विधानसभा के अंतर्गत आने वाले सभी प्राथमिक व उप स्वास्थ्य केंद्रों के निरीक्षण की मांग करते हुए, चिकित्सक, स्वास्थ्यकर्मियों तथा दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की बात कही। साथ ही विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों में सोलर पैनल, सेनेटरी पैड वेडिंग मशीन, सोनोग्राफी मशीन, एक्स रे मशीन, ईसीजी मशीन जैसे आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता की कमी को देखते हुए जल्द से जल्द इसकी स्थापना करने की भी मांग की है। कुण्डा एवं कुकदुर में एक्स-रे मशीन टेक्नीशियन के साथ ही पंडरिया नगर में महिला और बच्चों के अस्पताल में महिला रोग विशेषज्ञ एवं बाल रोग विशेषज्ञ की भी स्थाई नियुक्ति करने की बात भी रखी।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता एवं चिकित्सकों का अभाव है, जिसके निराकरण के लिए क्षेत्र के विभिन्न अस्पतालों एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का सर्वे कर, समस्याओं को दूर करने से मरीजों को लाभ मिलेगा। पांडातराई एवं जंगलपुर में उप स्वास्थ्य केंद्र, ग्राम महली में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थापना करने की मांग भी की। इसके अलावा क्षेत्रवासियों की सुविधा हेतु उन्होंने पंडरिया विधानसभा अंतर्गत उप स्वास्थ्य केंद्र कामठी, नेऊर, बदना, छीरपानी, कोदवा गोडान, कंझेटा, पांडातराई, दुल्लापुर, बागामुड़ा, पौनी, रुसे एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दुल्लापुर के जर्जर भवन की मरम्मत व बाजार चारभाठा के उपस्वास्थ्य केंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उन्नयन करने की बात रखी।
छत्तीसगढ़ विधानसभा में भावना बोहरा ने कहा कि स्वसहायता समूह को प्रोत्साहित करने और उनके लिए रोजगार के नए अवसर दिलाने पंडरिया में गढ़ कलेवा की तर्ज पर मिलेट कैफे खोला जाए। जिसका संचालन स्व-सहायता समूह की महिलाएं करेंगी। मिलेट कैफे का उद्देश्य छत्तीसगढ़ के लोक व्यंजनों को मोटे अनाज में उपलब्ध करवाना होगा, जैसे की रागी दोसा, ज्वार रोटी आदि। इसमें महिला स्व-सहायता समूह की भागीदारी से सीधे तौर पर क्षेत्र की महिलाओं को आर्थिक लाभ मिलेगा। साथ ही मोटे अनाज उगाने वाले किसानों को भी फायदा होगा।
कैफे के माध्यम से न सिर्फ हमारे किसान और महिलाएं लाभान्वित होंगे, बल्कि के प्रति नई पीढ़ी और सचेत होगी। उन्होंने निराश्रित महिलाओं के लिए नारी निकेतन, अनाथ, गरीब बच्चों के संरक्षण के लिए बाल संरक्षण केंद्र में हो रही लापरवाही, अव्यवस्था व अनियमितता को दुरुस्त करने की बात कही। और मानसिक रूप से शोषित एवं पीड़ित महिलाओं के लिए पुनर्वास केंद्रों की स्थापना करने की मांग की। इसके साथ ही व्यापारिक परिसर खोलने की भी मांग की हैं। जहां पूर्ण रूप से व्यापारी महिलाएं अपने उत्पादों व विभिन्न चीजों को बेचकर आत्मनिर्भर बन सकें।विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के लिए सिलाई की जाने वाली स्कूल ड्रेस के कार्य को भी महिला स्वसहायता समूह की महिलाओं को देने की बात रखी। जिससे उन्हें अतिरिक्त आर्थिक लाभ होगा और नरेंद्र मोदी की लखपति दीदी योजना के क्रियान्वयन में भी मदद मिलेगी।