

रायपुर। छत्तीसगढ़ में मानसून ने कहर बरपाना शुरू कर दिया है। बीते तीन दिनों से लगातार हो रही तेज बारिश के चलते राज्य के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति बन गई है। निचली बस्तियों में पानी घुसने से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राजधानी रायपुर समेत प्रदेश के 14 जिलों में मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट, जबकि 4 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है।
राजधानी में जलभराव, सड़कों पर पानी का सैलाब
रायपुर के कालीबाड़ी, तेलीबांधा, जलविहार कॉलोनी, घड़ी चौक और समता कॉलोनी जैसे क्षेत्रों में भारी जलभराव की स्थिति है। नालियों का गंदा पानी सड़कों और घरों में घुस गया है, जिससे आमजन को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लगातार बारिश के चलते यातायात भी बाधित हो रहा है।
दुर्ग और बिलासपुर में भी हालात गंभीर
दुर्ग जिले के सुपेला, आकाशगंगा, भिलाई, कोहका और पदमनाभपुर इलाकों में सड़कों पर पानी भर गया है। वहीं बिलासपुर में तेज हवाओं और बारिश के कारण कई जगहों पर पेड़ और होर्डिंग्स गिर गए हैं। अरपा नदी खतरे के निशान के करीब पहुंच गई है, जबकि बंधवापारा, पुराना बस स्टैंड और सरकंडा क्षेत्र जलमग्न हो गए हैं।
रेड और ऑरेंज अलर्ट की चेतावनी
मौसम विभाग ने नारायणपुर, बालोद, राजनांदगांव और दुर्ग जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में अगले 24 घंटे के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश और तेज आंधी-तूफान की संभावना जताई गई है।
वहीं रायपुर, गरियाबंद, धमतरी, महासमुंद, बलौदाबाजार-भाटापारा, बेमेतरा, कबीरधाम, मुंगेली, बिलासपुर, रायगढ़ और कोरबा सहित 14 जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है।
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम गंगीय पश्चिम बंगाल और इसके आसपास के क्षेत्रों में बने निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण छत्तीसगढ़ में भारी वर्षा हो रही है। यह सिस्टम धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रहा है, जिससे अगले 48 घंटों तक प्रदेश में तेज बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।