कैलाश मानसरोवर समेत पवित्र नदियों के जल से हुआ भोरमदेव शिवलिंग का अभिषेक

कवर्धा। श्रावण मास के पावन अवसर पर भक्ति और श्रद्धा का अनुपम संगम देखने को मिला जब भोरमदेव स्थित प्राचीन शिव मंदिर में भगवान शिव का जलाभिषेक कैलाश मानसरोवर, कटासराज (पाकिस्तान), अमरकंटक, चित्रकूट, हरिद्वार, मंदाकिनी, नर्मदा, गंगाजल तथा गौरीकुंड पार्वती सरोवर से लाए गए पवित्र जल से किया गया।
इस भव्य आयोजन का नेतृत्व ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष एवं पंच कैलाशी पीठ के प्रमुख पंडित राजेश शुक्ला ने किया। उन्होंने बताया कि यह अभिषेक परंपरागत रूप से प्रत्येक श्रावण में आयोजित होता है और यह स्थान न केवल छत्तीसगढ़, बल्कि सम्पूर्ण भारत के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है।
श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से भगवान शिव के प्राचीन शिवलिंग पर जल अर्पित किया। पंडित शुक्ला ने बताया कि यह मंदिर नागवंशी राजाओं द्वारा स्थापित किया गया था और सावन के प्रत्येक सोमवार को यहां हजारों भक्त पूजा-अर्चना करते हैं।
इस मौके पर पंडित आशिष पाठक, संतोष दुबे, दुर्गेश पांडे, दीपक पांडे, मनोज, धर्मेंद्र सिंह, शशांक शर्मा, भुनेश्वर निमोलकर, अर्जुन चंद्रवंशी, छविंद्र चंद्राकर, भरत सिंह राजपूत, विष्णु केसरी, राजेश श्रीवास्तव, पंकज द्विवेदी, ओपी चंद्राकर, पवन शर्मा, दिनेश पांडे, ओम प्रकाश शर्मा सहित अनेक श्रद्धालु जलाभिषेक में श्रद्धापूर्वक शामिल हुए।